फिर शुरू हो सकती है अमेरिका-तालिबान वार्ता

चिदानंद राजगट्टा, वॉशिंगटन
अमेरिका और अफगान के बीच बातचीत का दौर एक बार फिर शुरू हो सकता है। अपनी 36 घंटे की खुफिया यात्रा के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ने इस बात की घोषणा की। अपनी पहली अफगानिस्तान यात्रा के दौरान ट्रंप ने सिर्फ साढ़े तीन घंटे का वक्त ही ग्राउंड पर बिताया।

तालिबान से दोबारा बातचीत शुरू करने के पत्रकारों के सवाल पर कहा ट्रंप ने कहा, हां। उन्होंने कहा, तालिबान समझौता करना चाहता है और हम उनसे मिलने वाले हैं। जब हम संघर्ष विराम चाहते थे, वे संघर्ष विराम नहीं चाहते थे और अब वे संघर्ष विराम चाहते हैं। मुझे लगता है कि ऐसे यह सफल हो पाएगा।

अफगानिस्तान में अमेरिकी जंग 19वें साल में प्रवेश कर रही है। यह अमेरिकी इतिहास का सबसे लंबा युद्ध है।

अपनी इस यात्रा के बाद अमेरिकी लौटे ट्रंप ने ट्वीट किया, ‘अफगानिस्तान में हमारे बहादुर जवानों के साथ बहुत शानदार थैंक्सगिविंग डे मनाने के बाद अभी अमेरिका लौटा हूं।’

ट्रंप ने अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी के साथ संक्षिप्त मुलाकात भी की। ट्रंप अपना प्लान बदलकर यहां पहुंचे थे। यहां पहुंचने पर ट्रंप ने काबुल के बाहर बगराम एयरबेस पर तैनात अमेरिकी सैनिकों से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने सैनिकों को भोजन भी परोसा। उनके साथ ‘टरकी’ खाई, सेल्फी खिंचवाई।

बगराम एयर फील्ड पर तैनात सैनिकों को ट्रंप ने कहा, ‘दुनिया के सबसे मजबूत, सर्वश्रेष्ठ और सबसे बहादुर सैनिकों के साथ के अलावा थैंक्स गिविंग डे मनाने की बेहतर जगह नहीं हो सकती।’

सितंबर में काबुल में हुए भीषण आतंकवादी हमले के बाद ट्रंप ने तालिबान के साथ वार्ता बंद कर दी थी। अफगानिस्तान की यात्रा के दौरान ट्रंप जर्मनी के एयरबेस में भी रुके थे।

हालांकि इस तरह के हमले जारी रहे। ऐसे ही एक हमले में यूनाइटेड नेशंस डिवेलपमेंट प्रोग्राम (यूएनडीपी) के इंडो-अमेरिकन नागरिक अनिल राज की बीते रविवार को मौत हो गई थी। इसके बावजूद ट्रंप ने बातचीत दोबारा शुरू करने को हरी झंडी दी है। ट्रंप ने संकेत दिए हैं कि तालिबान अब दोबारा बातचीत करने का इच्छुक है।

इस बीच तालिबान के प्रवक्ता जैबुल्लाह मुजाहिद ने कहा कि इस मुद्दे पर तालिबान के पक्ष में कोई बदलाव नहीं आया है। उन्होंने कहा कि अमेरिका ने बातचीत खत्म की थी और अब अगर वह बातचीत शुरू करना चाहता हैं तो तालिबान तैयार है। हालांकि एक अन्य प्रवक्ता ने शुक्रवार को समाचार एजेंसी एएफपी को वॉट्सऐप के जरिए कहा, ‘अमेरिका के साथ सीधी वार्ता बहाल करने के बारे में कुछ कहना अभी जल्दबाजी होगी।’ प्रवक्ता ने कहा कि आधिकारिक बयान बाद में दिया जाएगा।’

यह अफगानिस्तान में ट्रंप की पहली यात्रा थी। पिछले थैंक्सगिविंग डे पर वह इराक गए थे। इस यात्रा को गुप्त रखने में वॉइट हाउस की ओर से पूरी सतर्कता बरती गई। मीडिया को जैसे व्यक्ति के ट्वीट के जरिए गुमराह किया गया। ट्रंप के बेटे ने कहा कि मीडिया जहां एक ओर प्रचारित कर रहा था कि ट्रंप थैंक्स गिविंग डे पर गोल्फ खेलने में व्यस्त थे लेकिन दरअसल, वह दुनिया में शांति लाने का प्रयास कर रहे थे।

Source: International