पाकिस्तान के खिलाफ खेले जा रहे डे-नाइट टेस्ट मैट में सर डॉन ब्रैडमैन के सर्वश्रेष्ठ निजी स्कोर को पीछे छोड़ने वाले ने अपनी इस पारी की प्रेरणा को बताया है। वॉर्नर ने अपनी इस पारी के बाद खुलासा किया कि आईपीएल में जब वह वीरेंदर सहवाग से मिले तो टेस्ट क्रिकेट के प्रति सहवाग ने ही उनका माइंडसेट चेंज किया था। इस ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज ने बताया कि वह कभी अपने टेस्ट करियर को लेकर संशय में थे लेकिन सहवाग की सलाह के बाद वॉर्नर ने उस पर अमल किया।
इस टेस्ट में नाबाद 335 रन की पारी खेलने वाले वॉर्नर ने संवाददाताओं को बताया, ‘आईपीएल के दौरान दिल्ली के लिए खेलते हुए जब मैं वीरेंदर सहवाग से मिला था। तब हम एक दिन बैठकर आराम से बात कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने मुझे कहा कि मैं टी20 खिलाड़ी की तुलना में बेहतर टेस्ट खिलाड़ी बनूंगा। मैंने उन्हें (सहवाग को) कहा कि आप कैसी बातें कर रहे हो? मैंने काफी प्रथम श्रेणी मैच भी नहीं खेले हैं।’
इसके बाद पूर्व भारतीय ओपनिंग बल्लेबाज सहवाग ने वॉर्नर की बैटिंग शैली का विश्लेषण कर वॉर्नर को समझाया कि आखिर वह क्यों ऐसा सोच रहे हैं। सहवाग ने वॉर्नर से कहा था, ‘टेस्ट क्रिकेट में टीमें स्लिप और गली में फील्डर खड़ा करती हैं। कवर में जगह खाली होती है, मिडविकेट होता है। मिड ऑफ और मिड ऑन होते हैं। ऐसे में आप तेज शुरुआत कर सकते हो और पूरा दिन खेल सकते हो।’
वॉर्नर ने कहा, ‘सहवाग की इस सलाह के बाद यह बात हमेशा मेरे दिमाग में रही। जब हम बातें कर रहे थे तो ये चीजें काफी आसान लग रही थीं।’ इसके अलावा वॉर्नर ने यह भी कहा कि अगर मौजूदा दौर का कोई बल्लेबाज टेस्ट क्रिकेट में ब्रायन लारा का (400 रन का) सर्वाधिक रन वाला रेकॉर्ड तोड़ सकता है तो वह भारतीय बल्लेबाज रोहित शर्मा हो सकते हैं। टेस्ट क्रिकेट में 335 रन बनाने वाले वॉर्नर का यह पहला तिहरा शतक है।
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