भारत की एक सिख महिला के दौरे के समय बिना वीजा के एक पाकिस्तानी व्यक्ति से मिलने फैसलाबाद पहुंच गई, जिससे उसकी दोस्ती फेसबुक पर हुई थी। अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि करीब 20 वर्ष की मंजीत कौर नवंबर के अंतिम हफ्ते में करतारपुर कॉरिडोर से गुरुद्वारा दरबार साहिब पहुंची थी। कौर फेसबुक के माध्यम से उस व्यक्ति के संपर्क में थी और गुरुद्वारा में उसने उससे मुलाकात की और एक पाकिस्तानी महिला का परमिट दिखाकर उस व्यक्ति के साथ फैसलाबाद जाने का प्रयास किया।
दोनों गुरुद्वारे में मिले और वहां से फैसलाबाद के लिए निकले, मगर सुरक्षाबलों ने उन्हें रास्ते में ही रोक लिया। भारतीय श्रद्धालु हाल में खुले करतारपुर कॉरिडोर के माध्यम से बिना वीजा के गुरुद्वारा दरबार साहिब जा सकते हैं लेकिन वे पाकिस्तान के अन्य हिस्सों में नहीं जा सकते हैं। इवैक्यू ट्रस्ट प्रॉपर्टी बोर्ड (विस्थापित न्यास संपत्ति बोर्ड) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘यह पहली घटना है जिसमें किसी भारतीय सिख महिला ने 9 नवम्बर को करतारपुर कॉरिडोर खुलने के बाद से इस सीमित क्षेत्र से बाहर निकलने का प्रयास किया है।’
अधिकारी ने कहा कि महिला पाकिस्तानी व्यक्ति के साथ जाना चाहती थी, लेकिन सुरक्षा अधिकारियों ने उसे सीमित क्षेत्र से बाहर नहीं जाने दिया। पाकिस्तानी अधिकारियों ने कहा कि महिला अमृतसर की है वहीं भारतीय मीडिया ने दावा किया कि वह हरियाणा के रोहतक की है।
सुरक्षाबलों ने की घंटों लंबी पूछताछ
उन्होंने कहा, ‘सुरक्षा अधिकारियों ने भारतीय महिला को वापस भेज दिया और इस बारे में अपने समकक्ष को सूचित भी किया।’ पाकिस्तानी सुरक्षा अधिकारियों ने उस व्यक्ति को हिरासत में लिया। उसके साथ उसके दो दोस्तों को भी हिरासत में लिया गया, जिसमें एक महिला भी है। हालांकि सूत्रों ने बताया कि कई घंटे चली पूछताछ के बाद सभी को उनके घर जाने दिया गया।
Source: National