कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के घर पर सुरक्षा चूक का मामला मंगलवार को राज्यसभा में भी गरमाया रहा, जब SPG अमेंडमेंट बिल पर चर्चा हो रही थी। कांग्रेस सदस्यों ने गांधी परिवार से एसपीजी की सुरक्षा हटाए जाने पर विरोध जताया। विधेयक पर चर्चा के दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने SPG सुरक्षा हटाए जाने को लेकर जवाब दिए और साथ ही यह भी बताया कि 25 नवंबर को आखिरकार प्रियंका वाड्रा के घर क्या हुआ था। शाह ने साथ ही बताया कि इस मामले में उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं।
शाह ने बताई पूरी बात
शाह ने घटना का जिक्र करते हुए सदन को पूरी बात बताई। उन्होंने कहा कि 25 नवंबर को प्रियंका वाड्रा जी के घर एक घटना हुई। प्रियंका के घर जो सुरक्षा है, इसमें राहुल गांधी, रॉबर्ट वाड्रा सुरक्षा जांच के बिना अंदर आते हैं। प्रियंका के घर पर परिवार के लोगों की जांच नहीं होती। सुरक्षाकर्मियों के पास एक सूचना आई कि राहुल गांधी एक काली सफारी में आने वाले हैं। ठीक उसी समय एक काली सफारी गाड़ी आई और उसमें मेरठ की कांग्रेस नेता शारदा त्यागी मौजूद थीं। गृह मंत्री ने बताया, ‘चूंकि समय भी वही था। यह महज इत्तेफाक था। इसलिए शारदा त्यागी बिना सिक्यॉरिटी जांच के अंदर चली गईं। इसके बावजूद हमने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच का आदेश दिया है और मामले में संबंधित 3 अधिकारियों को निलंबित कर दिया है।’
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‘राजनीति करने को प्रेस को बताया’
गृह मंत्री ने आगे बताया कि इस मामले में तीन लोगों को सस्पेंड किया गया है और डीआईजी इसकी जांच कर रहे हैं। अमित शाह ने राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि इस तरह की चीजों को गोपनीय रखा जाता है। इसकी जानकारी प्रेस को नहीं देनी चाहिए थी। अगर राजनीति करनी है तो प्रेस को दे सकते हैं, वरना एक गोपनीय पत्र मुझे भी लिख सकते हैं।
मेरी कोई जांच नहीं हुईः त्यागी
उधर, प्रियंका के घर पहुंची शारदा त्यागी का बयान भी सामने आया है जिन्होंने कहा कि जब वह वहां गई तो बिना सुरक्षा जांच के बैरिकेड हटा दिया गया। उन्होंने कहा, ‘मैं प्रियंका गांधी वाड्रा के घर का नंबर नहीं जानती और इसके बारे में कांग्रेस ऑफिस का नाम लेकर पूछा। जब मैं वहां गई, उन्होंने (सुरक्षाकर्मी) यह भी नहीं देखा कि कार में कौन बैठा है, बैरिकेड तुरंत हटा दिया गया और गेट खोल दिया गया।’
Source: National