क्रिकेट का नियम बनाने वाले ने BCCI से मांगी फीस

हरिगोविंद, बेंगलुरुघरेलू क्रिकेट में इस्तेमाल होने वाले वीजेडी नियम को तैयार करने वाले वी. जयदेवन ने कहा है कि उन्हें पिछले 10 साल से भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड () से कोई वित्तीय मुआवजा नहीं मिला है। साल 2007 से उनकी इस पद्धति का इस्तेमाल वर्षा प्रभावित कई लिस्ट ए और घरेलू मैचों में टारगेट स्कोर की गणना के लिए किया गया।

केरल के रहने वाले पेशे से एक सिविल इंजिनियर जयदेवन ने कहा कि बोर्ड से उन्हें मिलने वाली एकमात्र सहायता 2009 में इस विधि को और विकसित करने के लिए दी गई थी। पूर्व कप्तान सुनील गावसकर की अध्यक्षता वाली तकनीकी समिति द्वारा की गई सिफारिश के आधार पर जयदेव की विधि को आधिकारिक तौर पर 12 साल पहले अपनाया गया था।

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सौरभ गांगुली, जो गावसकर के नेतृत्व वाली उस तकनीकी समिति का हिस्सा थे जिसने 2010 में आईपीएल में वीजेडी के इस्तेमाल का प्रस्ताव दिया था, अब बीसीसीआई अध्यक्ष हैं और ऐसे में जयदेवन को उनके पक्ष में फैसले की उम्मीद है।

KPL, TNPL में भी इस्तेमालजयदेवन ने कहा, ‘पिछले 12 वर्षों में 500 से ज्यादा घरेलू मैचों के परिणाम वीजेडी के इस्तेमाल से संतोषजनक ढंग से निकाले गए। केपीएल, टीएनपीएल जैसी स्टेट टी 20 लीग भी इस प्रणाली का उपयोग कर रही हैं। हालांकि, जहां तक पिछले दो दशकों के दौरान मेरे प्रयासों का संबंध है, किसी भी तरह की मान्यता या आर्थिक लाभ मुझे नहीं मिला है।’

और आसान बनाने पर जोरजयदेवन इसे और ज्यादा आसान बनाने के लिए DOS संस्करण से विंडोज में स्थानांतरित करने की भी योजना बना रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘शुरू में, जब मैंने प्रणाली को आगे बढ़ाने के लिए वित्तीय सहायता मांगी, तो केरल क्रिकेट संघ के सचिव टीसी मैथ्यू (तत्कालीन बीसीसीआई सचिव) मुझे एन श्रीनिवासन के कार्यालय में ले गए और उन्होंने 2009 में 5 लाख रुपये मंजूर किए। इसके बाद, मुझे बोर्ड से कुछ भी नहीं मिला।’ उन्होंने कहा, ‘मौजूदा फॉर्मेट में मैं बदलाव करना चाहता था ताकि इसे इस्तेमाल करना आसान हो।’

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नया संस्करण जयदेवन ने इसका नया संस्करण विकसित किया है जिसमें उन्होंने ‘मेक-अप फैक्टर’ जोड़ा है। इसका उद्देश्य एक वर्षा बाधित मैच में टारगेट स्कोर को संशोधित करते वक्त टीम के लिए लाभ या नुकसान को कम करना है। जयदेवन को लगता है कि नया अपडेट टी20 मैचों के भी मुफीद रहेगा। उन्होंने कहा, ‘अगर इसे अमल में लाना है, तो मुझे और फंड की जरूरत होगी। मुझे उम्मीद है कि बीसीसीआई आर्थिक मदद को मंजूरी देगा।’

सबा करीम का आश्वासनजयदेवन को बीसीसीआई के महाप्रबंधक (क्रिकेट संचालन) सबा करीम से अनुकूल जवाब मिला है जिन्होंने आश्वासन दिया है कि वह इस मुद्दे को बोर्ड के अधिकारियों के सामने उठाएंगे।

Source: Sports