डीडीसीए के जॉइंट सेक्रटरी राजन मनचंदा ने इसकी पुष्टि की और कहा कि इसकी जांच पिछले हफ्ते शुरू कर दी गई थी। डीडीसीए के प्रोटोकॉल अधिकारी बुधवार को एमसीडी ऑफिस जाकर सर्टिफिकेट की सत्यता की जांच करेंगे जिसके बाद उक्त खिलाड़ी पर कार्रवाई की जाएगी।
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सूत्रों के मुताबिक यह खिलाड़ी नाम बदलकर हरियाणा से अंडर-23 टूर्नमेंट में भी खेल चुका है। जब इस साल ट्रायल में हरियाणा की टीम में जगह नहीं मिली तो उसने दिल्ली से अलग नाम से ट्रायल दिया। उसको टीम में भी जगह मिल गई। इस बारे में जब नवभारत टाइम्स ने आरोपी खिलाड़ी से पूछा तो उसका कहना था कि पिछले दिनों उसकी शिकायत बीसीसीआई से की गई थी लेकिन वहां वह निर्दोष साबित हुआ।
मनचंदा ने कहा कि डीडीसीए को कई और खिलाड़ियों की शिकायत मिली है जिन्होंने गलत बर्थ सर्टिफिकेट जमा किए हैं। इनमें से एक खिलाड़ी हाल ही में अफगानिस्तान के खिलाफ सीरीज में इंडिया अंडर-19 टीम से खेल चुका है। उन्होंने कहा, ‘हमने फैसला किया है कि खिलाड़ियों से एमसीडी द्वारा जारी इलेक्ट्रॉनिक जन्म प्रमाणपत्र सौंपने के लिए कहेंगे। सर्टिफिकेट चेक कर सकते हैं।’
Source: Sports