खड़गे ने कहा, ‘महाराष्ट्र में मंत्रियों के विभाग बंटवारे पर अंतिम फैसला 16 दिसंबर को विधानसभा के शीत सत्र के शुरू होने से पहले लिया जा सकता है।’ शिवसेना के साथ ही गठबंधन के सहयोगी कांग्रेस और एनसीपी के बीच प्रमुख विभागों के बंटवारे को लेकर जारी खींचतान को विभाग बंटवारे में देरी के पीछे मुख्य वजह बताया जा रहा है।
बता दें कि करीब एक हफ्ता पहले 28 नवंबर को शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। उनके साथ एनसीपी के विधायक जयंत पाटिल और छगन भुजबल, कांग्रेस के विधायक बालासाहेब थोराट और नितिन राउत, शिवसेना के विधायक एकनाथ शिंदे और सुभाष देसाई ने कैबिनेट सदस्यों के तौर पर शपथ लिया था।
‘खास विभागों की मांग की वजह से फंसा बंटवारा’गुरुवार को एक मंत्री ने पहचान जाहिर ना होने की शर्त पर कहा, ‘हम उम्मीद कर रहे थे कि सभी मंत्रियों में जल्द से जल्द पोर्टफोलियो का बंटवारा हो जाए। अब लगता है कि खास विभागों की मांग को लेकर पोर्टफोलियो के बंटवारे में देर हो रही है। इस देरी की वजह से प्रशासन पर प्रभाव पड़ रहा है क्योंकि विधानसभा चुनाव के परिणामों की घोषणा हुए महीने भर से अधिक हो गया है।’
(पीटीआई से इनपुट्स के साथ)
Source: National