फ्रांस में पेंशन सुधार के खिलाफ 'महाहड़ताल'


में सुधार को लागू करने के बाद बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन और हड़ताल जारी हैं। बुधवार को पैरिस समेत अनेक शहरों में प्रदर्शन शुरू हो गए जिसके बाद राष्ट्रपति ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। इसके विरोध में देशभर में ट्रांसपॉर्ट सिस्टम ठप हो गया है और सरकारी कर्मचारियों ने भी अपना काम बंद कर दिया है। स्कूल बंद हो गए हैं। लोगों का कहना है कि मैक्रों का नया पेंशन प्रावधान बेहद खर्चीला और भेदभाव पूर्ण है।

पैरिस में कई जगहों पर पुलिस को आंसू गैस का इस्तेमाल करना पड़ा। कई जगह पर प्रदर्शनकारियों ने वाहनों को आग लगा दी। देशभर से सरकारी कर्मचारी पैरिस में आ गए और इस प्रावधान को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। देश में रेल सेवाएं भी ठप हो गई हैं।

दरअसल मैक्रों देश में यूनिवर्सल पेंशन स्कीम लागू करना चाहते थे जिससे प्राइवेट और सरकारी कर्मचारी को रिटायरमेंट के बाद बराबर पेंशन मिले। लेकिन कर्मचारियों का कहना है कि इस प्रावधान में खामी है जिसके चलते 62 साल में रिटायर होने के बाद भी उन्हें काम करना पड़ेगा।

Source: International