हैदराबाद में रेप आरोपियों के एनकाउंटर के केस में फरेंसिक जांच की जा रही है। चटनपल्ली में एनकाउंटर साइट पर शुक्रवार को फरेंसिक एक्सपर्ट्स पहुंचे और दो पिस्तौल, जो आरोपियों ने पुलिस से छीनी थीं, कारतूस के 15 खोखे और खून से सनी मिट्टी के नमूने लिए थे। फरेंसिक टीम ने पुलिसकर्मियों के वे हथियार भी जब्त किए हैं, जो एनकाउंटर में पुलिसवालों ने इस्तेमाल किए थे। इसके अलावा पुलिसवालों और दो आदोपियों आरिफ और केशवुलू से बारूद के सैंपल भी लिए गए हैं।
पुलिस के एक सूत्र ने बताया है, ‘एनकाउंटर साइट पर अलग-अलग ऐंगल और जगहों से फोटो और विडियो लिए गए हैं ताकि जिस दूरी से पुलिसवालों ने ओपन फायर किया, उसका अंदाजा लगाया जा सके।’ सूत्रों के मुताबिक आरोपियों को असॉल्ट राइफल से गोली मारी गई जो सेल्फ-लोडिंग होती हैं। इसलिए गोलियां शरीर से आर-पार हो गई होंगी।
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पुलिस ने वे पत्थर और डंडे भी जब्त किए हैं जिनसे आरोपियों ने कथित रूप से पुलिस पर हमला किया। हालांकि, इस बारे में पुष्टि नहीं की गई है कि चारों आरोपियों के शरीर से कितनी और कितने कैलिबर की गोलियां बरामद की गई हैं। इसकी पुष्टि के लिए पोस्ट-मॉर्टम रिपोर्ट अभी तैयार की जा रही है।
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दोपहर तक खुले में रहे शव
चारों आरोपियों की ऑटॉप्सी शुक्रवार रात को महबूबनगर अस्पताल में की गई थी। गांधी अस्पताल के तीन डॉक्टरों- प्रफेसर कृपाल सिंह, असोसिएट प्रफेसर लावण्या और असिस्टेंट प्रफेसर महेंदर ने दो मेडिकल स्टूडेंट्स के साथ मिलकर पोस्टमॉर्टम किया है। अलग-अलग मंडलों के तहसीलदार भी इस दौरान मौजूद रहे। सूत्रों ने बताया है कि शुक्रवार को शव दोपहर 2:30 बजे तक सूरज के नीचे ही थे, इसलिए सड़ने लगे थे। उन्हें बाद में महबूबनगर के मुर्दाघर में प्रिजर्व किया गया।
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एनकाउंटर पर सवाल
बता दें कि शुक्रवार को चारों आरोपियों को एनकाउंटर में पुलिस ने मार गिराया था। पुलिस ने दावा किया था कि आरोपियों को क्राइम सीन रीक्रिएट करने के लिए मौके पर ले जाया गया था जहां उन्होंने भागने की कोशिश की। पुलिस का दावा था कि पुलिस पर गोलियां चलाने पर जवाबी कार्रवाई की गई और इसमें चारों गोलियों के शिकार हुए।
Source: National