रायपुर, स्कूल शिक्षा मंत्री श्री केदार कश्यप ने छत्तीसगढ़ मदरसा बोर्ड द्वारा आज यहाँ प्रो. जे.एन. पाण्डे शासकीय बहु उद्देशीय रायपुर के ऑडिटोरियम में आयोजित समारोह में मदरसों के विद्यार्थियों को निःशुल्क शाला गणवेश प्रदान किया। उन्होंने मदरसा संचालकों एवं मदरसों के शिक्षक-शिक्षिकाओं को शिक्षण सहायक सामग्री भी वितरित की।
स्कूल शिक्षा मंत्री श्री कश्यप ने मुख्यअतिथि की आसंदी से समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि मदरसों के विद्यार्थियों को राज्य शासन द्वारा शिक्षा हेतु आवश्यक हर संसाधन मुहैया कराया जा रहा है। मदरसों के विद्यार्थी खूब लगन से पढें और अपने लक्ष्य को प्राप्त करें। श्री कश्यप ने कहा कि मदरसों में पहले निःशुल्क पुस्तक एवं गणवेश का प्रावधान नहीं था। इसकी चिंता हमारे प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने की और आज मदरसों को निःशुल्क पाठ्य पुस्तकें भी मिल रही हैं, शाला गणवेश भी दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में संचालित 216 प्राथमिक मदरसे तथा 88 पूर्व माध्यमिक मदरसों के कुल 15,999 छात्र-छात्राओं को शाला गणवेश दिया जा रहा है। मदरसों से आए हुए छात्र-छात्राओं से सीधे संवाद करते हुए उन्होंने कहा कि सभी बच्चे खेलकूद में भाग लें। अभी खेलने-कूदने की उम्र है। पढ़ाई के साथ-साथ खेलना भी जरूरी है। उन्होंने सभी छात्र-छात्राओं को इस अवसर पर शुभकामनाएँ दीं। श्री कश्यप ने मदरसा बोर्ड द्वारा प्रकाशित “उर्दू-हिन्दी डिक्शनरी” एवं “उर्दू अदब की तारीख ”दो पुस्तकों का विमोचन भी किया। इन दोनों पुस्तकों के लेखक डॉ. जियाउर्रहमान सिद्दीकी प्रोफेसर अलीगढ़ मुस्लिम वि.वि. हैं। उक्त दोनों पुस्तकें मदरसों के विद्यार्थियों के लिए अत्यंत उपयोगी है।
समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित माननीय रामप्रताप सिंह जी अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ राज्य वन औषधी बोर्ड ने कहा कि मदरसा बोर्ड शिक्षा के क्षेत्र में लगातार कार्य कर रहा है। उनहोंने बोर्ड के अध्यक्ष मिर्जा एजाज बेग के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि शिक्षा के जितने भी आयाम है उसका समावेश मदरसा बोर्ड के पाठ्यक्रम में किया गया है। मदरसा बोर्ड का पाठ्यक्रम स्कूलों की तरह ही बनाया गया है। इसका उद्देश्य यह है कि मदरसे के विद्यार्थी भी आगे बढे़ तरक्की करें। छत्तीसगढ़ मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष माननीय मिर्जा एजाज बेग ने कहा कि मदरसों के विद्यार्थियों को निःशुल्क शाला गणवेश आज दिया जा रहा है यह बड़ी खुशी की बात है। प्रदेश में संचालित मदरसों को इसी सत्र में फर्नीचर भी प्रदान किया गया है। उन्होंने इसके लिये माननीय स्कूल शिक्षा मंत्री एवं माननीय मुख्यमंत्री जी के प्रति आभार व्यक्त किया। श्री बेग ने कहा कि मदरसों में अच्छी से अच्छी शिक्षा मिले इसके लिये छत्तीसगढ़ शासन एवं छत्तीसगढ़ मदरसा बोर्ड लगातार प्रयासरत है। समारोह में श्री मो. अकरम कुरैशी अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ राज्य उर्दू अकादमी, श्री मौलाना अकबर अली फारूकी चेयरमेन, यूनानी मेडिकल कॉलेज, उर्दू अकादमी के उपाध्यक्ष द्वय श्री शफीक अहमद उर्फ फुग्गा भाई एवं श्रीमती नजमा अजीम खान, श्री एस. प्रकाश, संचालक लोकशिक्षण संचालनालय छत्तीसगढ़, श्री ए.एन. बंजारा, जिला शिक्षा अधिकारी रायपुर, छत्तीसगढ़ मदरसा बोर्ड के सदस्यगण श्री गुलाम कादर खान, श्री जुल्फेकार कादरी, श्री मिर्जा साजिद पठान, श्री सूफी एजाज रिजवी, श्री निजाम, छत्तीसगढ़ उर्दू अकादमी के सदस्य द्वय श्री अब्दुल हफीज एवं श्री जकी भाई, छत्तीसगढ़ मदरसा बोर्ड के सचिव डॉ. इम्तियाज अहमद अंसारी, सहायक संचालक श्री पी.पी.द्विवेदी, श्री एम.आर.सावंत प्राचार्य विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन मौलाना जहीरूद्दीन रहबर एवं आभार प्रदर्शन डॉ. इम्तियाज अहमद अंसारी, सचिव छत्तीसगढ़ मदरसा बोर्ड ने किया। समारोह में रायपुर जिले में संचालित मदरसों के संचालकगण, शिक्षक-शिक्षिकाएं एवं छात्र-छात्राएँ बड़ी संख्या में उपस्थित थे।