कैरिटा बीच : इंडोनेशियाई प्रशासन ने लोगों से उन इलाकों में तटों पर ना जाने के लिए कहा है जहां सूनामी ने पिछले सप्ताहांत 420 से अधिक लोगों की जान ले ली। प्रशासन ने 2004 में एशिया में आए भूकंप और सूनामी की बरसी पर यह नई चेतावनी जारी की है। अनक क्राकाटोआ ज्वालमुखी में विस्फोट के बाद शनिवार रात समुद्र में काफी ऊंची लहरें उठी थीं जिससे शनिवार रात सुन्दा स्ट्रेट में रहे लोगों प्रभावित हुए थे।
ऐसा माना जा रहा है कि ज्वालामुखी के बाद भूस्खलन के कारण यह सुनामी आई। इंडोनेशिया मौसम, भूगर्भ और जलवायु एजेंसी ने लोगों को समुद्र से 500 मीटर से एक किलोमीटर तक दूर रहने को कहा है। एजेंसी की प्रमुख द्विकोरिता कर्णावती ने बताया कि सरकारी कर्मचारी अनाक क्राकाटोआ ज्वालामुखी विस्फोट और सूनामी की निगरानी कर रहे हैं तथा बुधवार को भारी बारिश का भी अनुमान है।
उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘इन सभी परिस्थितियों के चलते भूस्खलन की आशंका है। उन्होंने आशंका जताई कि इससे आगे सूनामी आ सकती है।’ उन्होंने लोगों से सतर्क रहने के लिए कहा और साथ ही लोगों से अपील की कि वे दहशत में ना आएं।
सूनामी से आई तबाही व्यापक थी और यह आपदा हाल के इतिहास में सबसे भयानक था। इस सूनामी को लेकर मौसम विभाग ने कोई चेतावनी जारी नहीं की थी। इसके पहले न ही कोई बड़ा भूकंप ही आया था.
(साभार : नवभारत टाइम्स )