रायपुर संत बाबा गुरु घासीदास के संदेश किसी एक समाज के नहीं पूरी मानवता के कल्याण के लिए हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, उन्होंने सरल शब्दों और सरल भाषा में सत्य और अहिंसा के रास्ते पर चलना सिखाया। बाबा गुरु घासीदास ने ‘मनखे-मनखे एक समान’ का संदेश देकर हमें यह सीख दी कि मानव-मानव एक समान है। उन्होंने तत्कालीन समाज में ऊंच-नीच, भेद-भाव और छुआ-छूत जैसी सामाजिक बुराइयों को समाप्त करने का प्रयास किया और समाज के पीड़ित वर्ग को संबल दिया।
समारोह का आयोजन सतनाम महिला सेवा समिति आदर्श नगर और प्रगतिशील सतनामी समाज की ओर से संयुक्त रूप से किया गया। कार्यक्रम में बघेल ने नवनिर्मित गुरुद्वारा और जैतखाम का लोकार्पण किया, पालो चढ़ाया। मुख्यमंत्री बघेल ने समाज के आग्रह पर मोवा आदर्श नगर के नाले के किनारे बाउण्ड्री वाल निर्माण की स्वीकृति दी।
कार्यक्रम में नगरीय विकास और श्रम मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया, वाणिज्यिक कर (आबकारी) और उद्योग मंत्री कवासी लखमा, विधायक सत्यनारायण शर्मा, अमरजीत भगत और देवेन्द्र यादव तथा पूर्व राज्य सभा सांसद डॉ. भूषण लाल जांगड़े, विशेष अतिथि के रूप में समारोह में उपस्थित थे।
डॉ. शिवकुमार डहरिया से कहा कि वे निर्माण कार्य के रूप में पहला हस्ताक्षर इस बाउण्ड्री वाल निर्माण की स्वीकृति के आदेश पर करें। मुख्यमंत्री बघेल ने इस दौरान सतनाम जागृति एवं उत्थान समिति की ओर से युवक-युवति परिचय सम्मेलन के लिए प्रकाशित पुस्तक का विमोचन भी किया।
मुख्यमंत्री ने कहा – ग्रामीण अर्थ व्यवस्था को मजबूत करने के उद्देश्य से शपथ ग्रहण के दिन ही किसानों की कर्ज माफी और ढाई हजार रुपए प्रति क्विंटल की दर पर धान खरीदी का फैसला राज्य सरकार ने किया है। उन्होंने प्रदेशवासियों से बाबा गुरु घासीदास के बताये मार्ग पर चलते हुए छत्तीसगढ़ का नव निर्माण करने के लिए सहयोग का आव्हान किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विधायक सत्यनारायण शर्मा ने कहा कि बाबा गुरु घासीदास ने कहा था सत्य ही ईश्वर है। उनका आशीर्वाद हम सब पर बना रहे।
नगरीय विकास मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया ने कहा कि राज्य सरकार सतनाम के रास्ते पर चलने वाली सरकार है। उन्होंने बाबा गुरु घासीदास से सभी लोगों के लिए आशीर्वाद की कामना की।
प्रगतिशील सतनामी समाज के अध्यक्ष लखनलाल कोसले ने स्वागत भाषण दिया।
कार्यक्रम में सतनाम महिला सेवा समिति की अध्यक्ष लता भारद्वाज, उपाध्यक्ष प्रमिला सेानवानी और कोषाध्यक्ष सुकृता लहरे, प्रगतिशील सतनामी समाज के महासचिव एस.आर. बांदे, अश्वनी बबलू त्रिवेंद्र और पप्पू बंजारे सहित समाज के अनेक पदाधिकारी और प्रबुद्ध नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे।