रायपुर , मुख्यमंत्री भूपेश बघेल रविवार को अटल नगर स्थित पुरखौती मुक्तांगन में छत्तीसगढ़ उरांव आदिवासी समाज की ओर से नवनिर्वाचित विधायकों के सम्मान समारोह में शामिल हुए। मुख्यमंत्री बघेल ने इस अवसर पर कहा कि उरांव समाज एक प्रगतिशील और शिक्षित समाज है। पहली बार इस समाज से पांच विधायक चुनकर छत्तीसगढ़ की विधानसभा में पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि हिन्दुस्तान में पहली बार आदिवासी समाज का बेटा राज्य के मुख्य सचिव के पद पर पहुंचा है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में संसाधनों की कोई कमी नहीं है, केवल इसे सुव्यवस्थित कर इनका लाभ समाज से अंतिम पंक्ति के लोगों तक पहुंचाना है, तभी छत्तीसगढ़ का सही मायने में विकास होगा। मुख्यमंत्री ने विकसित और समृद्ध नवा छत्तीसगढ़ गढ़ने में उरांव समाज से भी सहयोग का आव्हान किया। उन्होंने समाज की ओर से मिले समर्थन और आशीर्वाद के लिए आभार प्रकट किया।
मुख्यमंत्री बघेल नेे कहा कि पेसा एक्ट, पांचवी अनुसूची, वन अधिकार कानून और पंचायती राज का सही क्रियान्वयन सभी की भागीदारी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि उरांव समाज की उन्नति के लिए राज्य सरकार की ओर से हर संभव प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि हम सबको मिल नया छत्तीसगढ़ बनाना है, इसके लिए सभी समाजों का मिल कर प्रयास करना होगा। इस अवसर पर उरांव समाज के नव निर्वाचित विधायकों को सम्मानित किया गया। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ को केन्द्र सरकार से जनसंख्या के मान से विकास कार्यो के लिए धन राशि मिलती है जबकि क्षेत्रफल की दृष्टि से राज्य का देश में 9 वां स्थान है। क्षेत्रफल के मामले में छत्तीसगढ देश के तामिलनाड़ु, पश्चिम बंगाल और बिहार जैसे राज्यों से बड़ा राज्य है, इसलिए विकास की गति तेज करने के लिए क्षेत्रफल के मान से राशि प्राप्त करने की पहल की जाएगी, जिससे राज्य के सुदूर अंचलों का भी तेजी से विकास हो सके।
कार्यक्रम की अध्यक्षता छत्तीसगढ़ उरांव समाज के अध्यक्ष सरजियस मिंज ने की। वाणिज्य कर (आबकारी) और उद्योग मंत्री कवासी लखमा, पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरविंद नेताम, उरांव समाज के नवनिर्वाचित विधायकों अमरजीत भगत, यू.डी. मिंज, डॉ. प्रीतम राम, मोहित केरकेट्टा और विनय भगत ने भी समारोह को सम्बोधित किया। इस अवसर पर समारोह आयोजन समिति के आईजेक मिंज, उमेश कश्यप, डी.डी. तिग्गा, सुरजन भगत और आनंद टोप्पो सहित समाज के अनेक पदाधिकारी और सदस्य बड़ी संख्या में उपस्थित थे।