रायपुर, राज्य सरकार की महिला सशक्तिकरण नीति के तहत आज राजधानी रायपुर के पं. दीनदयाल उपाध्याय आडिटोरियम में असंगठित क्षेत्र की एक हजार महिला श्रमिकों को मुख्यमंत्री सायकिल सहायता योजना के तहत निःशुल्क सायकिलों का वितरण किया गया। कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ महिला कोष की ऋण योजना के तहत 207 महिला स्व-सहायता समूहों को विभिन्न व्यवसायों के लिए ऋण राशि के चेक भी वितरित किए गए। इनमें से 153 महिला समूहों को एक करोड़ 05 लाख रूपए का ऋण दिया गया और 54 समूहों को नगरीय प्रशासन विभाग की आवर्ती निधि और बैंक लिंकेज के जरिए 25 लाख रूपए की वित्तीय सहायता दी गई। उनके अलावा छह महिलाओं को ई-रिक्शे भी दिए गए। कार्यक्रम में श्रम मंत्री श्री भईयालाल राजवाड़े, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती रमशीला साहू, लोक निर्माण मंत्री श्री राजेश मूणत और राज्यसभा सांसद सुश्री सरोज पाण्डेय सहित अनेक वरिष्ठ जनप्रतिनिधियों और विभिन्न संस्थाओं के पदाधिकारियों ने लाभान्वित महिलाओं को बधाई और शुभकामनाएं दी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए महिला एवं बाल विकास तथा समाज कल्याण मंत्री श्रीमती रमशीला साहू ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के नेतृत्व में प्रदेश सरकार ने महिलाओं की सामाजिक-आर्थिक बेहतरी को सर्वोच्च
प्राथमिकता दी है। सरकार की नीति के अनुसार महिलाओं को आत्म निर्भर बनाने के लिए कई योजनाएं संचालित की जा रही हैं। इसी कड़ी में आज उन्हें काम-काज में सुविधा की दृष्टि सायकिल और कारोबार के लिए आर्थिक सहायता दी गई है। मुख्य अतिथि की आसंदी से कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए राज्यसभा सांसद सुश्री सरोज पाण्डेय ने कहा कि छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की सरकार अपनी नीतियों और योजनाओं के जरिए महिलाओं को पूरी दृढ़ता के साथ आगे बढ़ने का भरपूर मौका दे रही है। सुश्री सरोज पाण्डेय ने राज्य में डॉ. रमन सिंह के नेतृत्व में महिला सशक्तिकरण के लिए चल रही योजनाओं की भरपूर प्रशंसा की। लोक निर्माण मंत्री श्री राजेश मूणत ने भी रमन सरकार द्वारा महिलाओं के उत्थान के लिए किए जा रहे कार्यों पर प्रकाश डाला। श्रम मंत्री श्री भईयालाल राजवाड़े ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि श्रम विभाग द्वारा श्रमिक महिलाओं के व्यापक हित में कई योजनाएं सफलतापूर्वक संचालित की जा रही हैं। श्री राजवाड़े ने महिलाओं से इन योजनाओं का लाभ देने की अपील की। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ राज्य समाज कल्याण बोर्ड की अध्यक्ष श्रीमती शोभा सोनी, राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष श्रीमती प्रभा दुबे और पार्षद श्रीमती मीनल चौबे ने भी महिलाओं को सम्बोधित किया। रायपुर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष, श्री गोवर्धन खण्डेलवाल, नगर पालिक निगम रायपुर के सभापति श्री प्रफुल्ल विश्वकर्मा सहित कई पार्षद भी कार्यक्रम में शामिल हुए।
महिलाओं को मिली उन्नति की राह
महिला सशक्तिकरण नीति के तहत आयोजित इस कार्यक्रम में राजधानी के छोटा भवानी नगर में संचालित उन्नति स्व सहायता समूह की अध्यक्ष श्रीमती मिनकी वर्मा ने छत्तीसगढ़ महिला कोष की ऋण योजना के तहत मिली आर्थिक मदद पर आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा – महिला कोष की ऋण योजना में दी जाने वाली राशि पर ब्याज दर सिर्फ तीन प्रतिशत है। इससे महिला समूहों को अपने कारोबार के संचालन में बहुत सुविधा हो गई है। इसी तरह कार्यक्रम में ई-रिक्शा प्राप्त महिला हितग्राही श्रीमती पुष्पा धु्रव ने बताया कि मुझे इसके पहले जीवन यापन में बहुत परेशानी होती थी। पति के निधन के बाद स्वयं को बच्चों के देखभाल सहित परिवार का गुजारा करना पड़ रहा है। ई-रिक्शा मिल जाने के बाद में अब परिवार के गुजर-बसर में कोई दिक्कत नहीं आएगी।