आलेख दादी की टोका-टांकी

शहडोल (मो.शब्बीर ब्यूरो चीफ शहडोल)- कुमारी आर्पणा शर्मा कक्षा 8वीं शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय बकहो ने पीडियों का ज्ञान को जीवन में आत्मसात करने की सलाह देते हुए कहा कि दादी की टोका-टांकी आज के परिवेष में सत्य प्रमाणित हो रही है। उन्होंने कहा कि मेरे यहां संयुक्त परिवार में दादी अक्सर बाहर से आने पर सभी का हाथ पैर धुलवाती थी और साफ-सफाई का संदेष देती थी और खुद उसका पालन करती थी। आज मेरी उस अनपढ़ दादी के शब्द विज्ञान और तर्क की कसौटी में खरी उतर रही है। दादी को दकियानूसी ख्याल का समझा जाता था, किन्तु आज कोरोना महामारी के समय में दादी की बात सभी के लिए लागूू हो रही है कि कोरोना वायरस संक्रमण काल में अनावष्यक घर के बाहर न निकले, बाहर से आने पर साबुन से हाथ धोएं तथा सेनेटाइजर का उपयोग करें एवं 2 गज की दूरी रखें। आज मेरे 104 वर्ष की उम्र में स्वर्गवासी दादी की यह बात बार-बार मेरे मन को आत्म चिंतन एवं सामाजिक चिंतन की ओर याद आती है। कुमारी अर्पणा शर्मा का कहना है कि मेरे बाल सुलभ मन में जब यह बात इतनी गहरी उतरी है, आषा करती हूॅ कि सभी मेरे इन बातो पर गौर करें और आज के महामारी काल में मेरी दादी अथवा अपने बुजुर्गो की बात पर जरूर गौर करें।