भोपाल- ( उबैद खान की रिपोर्ट ) मुख्यमंत्री जी,उप चुनावों के बीच एक और बुरी खबर सामने आई है। घटिया चावल के बाद अब गरीबों को दिये जाने वाले चावल का सीधा का सीधा स्टॉक गायब करने की जानकारी सुर्खियों में है। मामला छतरपुर जिले का है।
यहां की बड़ामलहरा और बिजावर तहसील की एक दर्जन समितियों
में अप्रैल-मई माह का प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना का कोटा आज तक नही पहुंचा है। आशंका जताई जा रही है कि नागरिक आपूर्ति निगम और जिले के अफसरों ने कागजों पर ही आवंटन दिखाकर लाखों का घोटाला कर लिया है। समिति प्रबंधक कलेक्टर से लेकर भोपाल में बैठे जिम्मेदार अफसरों को कई बार अवगत करा चुके हैं। चार माह बीत जाने के बाद भी मंत्री-अफसर सन्नपात में हैं। सूत्रों की मानें तो प्रदेश की सैकड़ों समितियों में गरीबों को दिया जाने वाला पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना का चावल घोटालेबाज बीच में ही खा गए हैं। कांग्रेस नेता पवन घुवारा ने जांच की मांग करते हुए कहा कि, प्रधानमंत्री की योजना का जब यह हश्र है तो मुख्यमंत्री की योजनाओं का क्या हश्र होगा ..?
प्रदेश के मंडला, बालाघाट सहित 22 जिलों में घटिया चावल वितरण पर मचा बवाल अभी थमा नही है। जांच ईओडब्लू कर रही है । इस बीच एक और नया कारनामा सामने आ गया है। हाल ही में महू में भी राशन घोटाला सामने आया है।
मुख्यमंत्री प्रदेश में राशन घोटाले की सख्ती से जांच के निर्देश दे चुके हैं। इसके बाद ताबड़तोड़ कार्यवाही शुरू हो गईं हैं। अभी छतरपुर जिले में हुए घोटाले की जांच होना बांकी है।