शहडोल (मो.शब्बीर बयूरो चीफ शहडोल)- सषक्त महिला एवं स्वाबलम्बन की कहानी श्रीमती रेखा वर्मा ग्राम छतवई विकासखण्ड सोहागपुर जिला शहडोल की जुबानी वैष्णवी स्व-सहायता समूह को संगठित कर स्वाबलंबन की दिषा में अनुकरणीय कार्य किया है। श्रीतमी रेखा वर्मा नारी शक्ति एवं संघर्ष की जीती जागती मिसाल है। अतिनिर्धन परिवार में जन्म होने से इनके परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नही थी और आर्थिक तंगी के कारण उन्हें बीच में ही पढ़ाई छोड़ देनी पड़ी। छोटी उम्र में विवाह होने के बाद दो बच्चे माॅ बनने पष्चात उनके पति एवं उन्हें ससुराल से निकाल दिया और वे अपने पति के साथ माइके आकर रहने लगी। चूंकि श्रीमती वर्मा में कुछ कर गुजरने की क्षमता थी और वे कुछ समय पष्चात ग्राम छतवई में एक झोपडी बनाकर जीवन यापन कठिन परिस्थितियों में करने लगी। पति मजदूरी करते थे और वे दूसरो के घर में चैका-बर्तन का कार्य करती थी। उनके परिवार का गुजर बसर नही हो पा रहा था, तत्पष्चात श्रीमती रेखा वर्मा ने जिला प्रबन्धक एनआरएलएम श्री पुष्पेद्र सिंह से भेंट की। श्री सिंह ने उन्हें आजीविका मिषन से जुड़ने की सलाह दी। श्रीमती रेखा वर्मा नवम्बर 2013 में महिला स्व-सहायता समूह से जुड़कर सीआरपी के रूप में कार्य करना शुरू किया, उनके द्वारा ग्राम छतवई में 36 महिला स्व-सहायता समूह का गठन किया गया। श्रीमती रेखा वर्मा द्वारा कृषि बुक किपिंग, सोषल मोबलाइजेषन, एमआईएस, एमसीपी आदि का प्रषिक्षण जिला शहडोल भोपाल एवं राजगढ़ से प्राप्त किया। प्रषिक्षण के उपरांत उनकी प्रतिभा और कर गुजरने की जिज्ञासा और प्रबल हुई। श्रीतमी वर्मा द्वारा आज 5374 समूह सदस्यों को सीएलएफ के माध्यम से सहयोग दिया जा रहा है। श्रीमती रेखा वर्मा द्वारा आरसेटी से ब्यूटी पार्लर का प्रषिक्षण भी प्राप्त किया गया। इसके पष्चात उन्हें शासन की आर्थिक कल्याण केष षिल्पी कल्याण योजना के माध्यम 20 हजार रूपये की आर्थिक सहायता प्रदान की गई जिसमंे 10 हजार रूपये अनुदान के रूप मंे दिया गया। उन्होंने प्राप्त आर्थिक सहायता ब्यूटी पार्लर के दुकान खोल लिए। आज श्रीमती वर्मा की मासिक आय 21 हजार रूपये है।
श्रीमती रेखा वर्मा ने प्रदेष के मुख्यमंत्री श्री षिवराज सिंह चैहान एवं जिला प्रषासन तथा कलेक्टर डाॅ0 सतेन्द्र सिंह एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री पार्थ जायसवाल तथा जिला प्रबंधक एनआरएलएम श्री पुष्पेद्र सिंह को धन्यवाद ज्ञापित करते हए कहा कि राज्य शासन की जनहितकारी योजना जिसमें महिला को सषक्तिकरण की दिषा में आधार प्रदान किया जाता है और महिलाएं स्व-सहायता समूह मंे जुड़कर एक महिला स्वाबलंबन एवं विकास की गाथा रचेगीं। सभी महिला स्व-सहायता समूह से श्रीमती रेखा वर्मा ने आग्रह किया है कि मन विचार, कुछ करने की तमन्ना तथा संघर्ष से ही सफलता मिलती है। सभी मिलकर यह प्रयास करें कि स्थानीय स्तर पर उपयो होने वाली चीजे स्वयं बनाएं और हमारे देष के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के सपने ’’लोकल में वोकल’’ को मूर्त रूप प्रदान करें। श्रीमती रेखा वर्मा का कहना है कि मन के संकल्प को उड़ान देने के लिए पंखो की नही हौसलो की आवष्यकता होती है। यदि आपमें हौसला है तो पर्वत में भी राह बन जाती है।