मध्यप्रदेश के मुरैना में चुनाव ऑब्जर्वर संसदीय सचिव विकास उपाध्याय ने कहा कमलनाथ सरकार की वापसी तय है।

विकास ने कहा केंद्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर और कांग्रेस दोनों का एक ही दुश्मन ज्योतिरादित्य सिंधिया है और पूरे चम्बल के 16 में 16 सीट जीत कर रहेंगे।

मुरैना। छत्तीसगढ़ शासन में संसदीय सचिव व मुरैना के सुमावली विधानसभा के चुनावी आब्जर्वर विकास उपाध्याय ने आज मुरैना में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोप लगाया मोदी की भाजपा सरकार देश भर में कांग्रेस की चुनी गई सरकारों को एक के बाद एक स्थिर कर देश की राजनीति को गलत दिशा में ले जा रही है और ऐसा कर भाजपा प्रजातंत्र की गला घोंट रही है। उन्होंने कहा,पहले ही आर्थिक संकट से जूझ रहे भारतीय अर्थव्यवस्था को भाजपा की अपनी वजहों से उत्पन्न हुए बेमौसम चुनावों के खर्च ने आम जनता को और भी बेहाल करने मजबूर कर दिया है। उन्होंने दावा किया कि इसे लेकर जिस तरह से मतदाताओं में एक अजीब सी खामोशी है। इस बार यही खामोशी मतदान के दिन भाजपा के खिलाफ पूरे देश में एक संदेश देने वाली है कि लोकतंत्र की हत्या अब बर्दास्त नहीं।

विकास उपाध्याय आज मुरैना के स्थानीय जिला कांग्रेस कार्यालय में पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे। उन्होंने मध्यप्रदेश में हो रहे उप चुनाव नतीजों के बाद कमलनाथ सरकार की वापसी का दावा किया और कहा, कमलनाथ की कांग्रेस सरकार जिस तरह से बहुत कम समय में ही मध्यप्रदेश को विकास के शिखर पर ले जा रही थी उससे भाजपा घबरा गई थी। चुनावी घोषणा पत्र में किये वायदे किसानों की कर्ज माफी को कांग्रेस ने जिस तरह से तय समय पर पूर्ण कर दी,प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं को एक नई सौगात दी। कुल 100 यूनिट तक की खपत पर 100 रुपये तक बिजली बिल देने, 150 यूनिट बिजली जलने पर 50 यूनिट पर निर्धारित बिजली दर लेने और 100 यूनिट पर 100 रुपये का फिक्स चार्ज लेने का फैसला लिया गया। इससे गरीबों के साथ ही मध्यम वर्ग को बड़ी राहत मिली। साथ ही दस हॉर्स पावर तक के कृषि उपभोक्ताओं की विद्युत बिल राशि को आधा करने का निर्णय लिया गया। इसके लिए इंदिरा किसान ज्योति योजना लागू की गई।उससे पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह विचलित हो गए थे और वे उसी समय से सिंधिया के संपर्क में आना शुरू कर दिया था।

विकास उपाध्याय ने कहा,कमलनाथ एक ऐसे नेता हैं जो एक विजन के साथ काम करते हैं, भाजपा की तरह टेलीविजन के माध्यम से सरकार नहीं चलाते। उन्होंने कहा,कमलनाथ ने 17 दिसंबर 2018 को सत्ता संभालते ही सबसे पहले किसान कर्जमाफी, कन्या विवाह प्रोत्साहन राशि 25 हजार से बढ़ाकर 51 हजार करने, पेंशन राशि 300 से बढ़ाकर 600 रुपए करने, पंचायतों में गौशालाएं खोलने और अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति के आदेश दिए थे और ये कार्य होने शुरू हो गए थे पर सरकार गिरा कर शिवराज सिंह के आने के बाद इन योजनाओं को बंद कर दिया गया है। इसी बीच भाजपा की किसान विरोधी 3 बिल भी बन गए और इसके विरोध में मध्यप्रदेश ही नहीं पूरे देश के किसान भाजपा के विरोध में हैं और भाजपा के नेताओं के पास कोई जवाब नहीं है, इसका जवाब भी किसान इस चुनाव में भाजपा के खिलाफ वोट दे कर देंगे।

विकास उपाध्याय ने मुरैना जिला के विधानसभाओं में कांग्रेस प्रत्याशियों की जीत पक्की होने का दावा कर भाजपा पर तंज कसते हुए कहा, मोदी सरकार में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर खुद इस चुनाव में कांग्रेस के साथ हैं। इसकी वजह बताते हुए विकास उपाध्याय ने कहा एक तो वे किसानों के खिलाफ जो तीन बिल आये उसके लिए परोक्ष रूप से दोषी हैं और उनका लोकसभा क्षेत्र मुरैना होने की वजह से यहाँ के किसानों के प्रथम मुजरिम हैं। दूसरा ये की ज्योतिरादित्य सिंधिया को वे भाजपा में पचा नहीं पा रहे हैं और खुद इस पूरे चम्बल क्षेत्र से भाजपा को सफाया करने हमारा साथ दे रहे हैं। विकास उपाध्याय ने कहा प्रचार के दौरान सुमावली विधानसभा के कांग्रेस प्रत्याशी कुशवाहा के प्रति मतदाताओं का विशेष लगाव साथ झलक रहा है। कांग्रेस को धोखा दे कर भाजपा से चुनाव लड़ रहे भाजपा प्रत्याशी को इस बार यहाँ से मुहखानी पड़ेगी।