शासन की किसान हितैषी नीतियों से राज्य में समृद्ध हो रही है खेती-किसानी: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल

महाशिवरात्रि के अवसर पर ग्राम कौही में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए मुख्यमंत्री

 रायपुर, 11 मार्च 2021/ मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज पाटन में ग्राम कौही में प्राचीन शिव मंदिर में भगवान शिव के दर्शन कर पूजा-अर्चना की। इस मौके पर उन्होंने ग्रामीणों को महाशिवरात्रि पर्व की बधाई देते हुए कहा कि भगवान शिव की कृपा हम सब पर बनी रहें। महाशिवरात्रि के पावन मौके पर यही मेरी प्रार्थना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार की किसान हितैषी नीतियों की वजह से लोगों का रूझान खेती-किसानी की ओर बढ़ा है। खेती-किसानी की ओर लोग लौटने लगे हैं। यही वजह है कि इस साल सर्वाधिक रकबे में न सिर्फ धान की खेती की गई बल्कि धान का रिकार्ड उत्पादन और समर्थन मूल्य पर 92 लाख मीट्रिक टन की रिकार्ड खरीदी भी हुई। राजीव गांधी किसान योजना के माध्यम से राज्य के किसानों को आदान सहायता के रूप में 5750 करोड़ रूपए की राशि चार किश्तों में दी जा रही है। अब तक तीन किश्तों में 4500 करोड़ रूपए का सीधे भुगतान किसानों के खाते में कर दिया गया है। चौथी किश्त की राशि भी इस माह के अंत तक किसानों को दे दी जाएगी। उन्होंने कहा कि यह राशि ऐसे मौकों पर प्रदान की गई, जब किसानों को खेती संबंधी कार्यों के लिए पैसे की जरूरत थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में खेती-किसानी के साथ में पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए गोधन न्याय योजना भी आरंभ की गई है। इस योजना के माध्यम से पशु पालकों से गोबर की खरीदी की जा रही है, जिससे गौठानों में महिला स्व-सहायता समूह द्वारा वर्मी कंपोस्ट का निर्माण किया जा रहा है। इससे गांवों में रोजगार एवं अर्थव्यवस्था को बेहतर बनाने में मदद मिली है। वर्तमान समय में गांवों में बने गौठान ग्रामीणों की आजीविका के केन्द्र बनते जा रहे हैं। इससे आजीविकामूलक गतिविधियों को बढ़ावा मिल रहा है। छत्तीसगढ़ कृषि प्रधान राज्य है और किसानों से संबंधित बेहतर नीतियों का लाभ प्रदेश की अर्थव्यवस्था को मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों की खुशहाली से प्रदेश के सभी वर्गों में खुशहाली आती है। यह खुशहाली बाजार में दिखती है। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण काल में भी छत्तीसगढ़ राज्य की अर्थव्यवस्था गतिशील बनी रही, इसमें सबसे अहम रोल कृषि सेक्टर का रहा है।