एसईसीएल के अनुकम्पा नियुक्ति में एम्प्लोईज चार्टर का पालन नहीं होने पर, विस अध्यक्ष डॉ. महंत ने सीएमडी को पत्र लिखकर उचित कार्यवाही के दिए निर्देश

(पूर्व महापौर रेड्डी ने विधानसभा अध्यक्ष डॉ. महंत से मुलाकात कर चिरमिरी के 9 अनुकम्पा नियुक्ति के लम्बित प्रकरणों में एसईसीएल के मनमाने रवैये का हवाला देते हुए हस्तक्षेप करने हेतु की थी मांग)

चिरमिरी । छतीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने एसईसीएल चिरमिरी के 09 लम्बित अनुकम्पा नियुक्ति के प्रकरणों में जल्द कार्यवाही के लिए एसईसीएल के सीएमडी को पत्र लिखकर निर्देश जारी किया है। ज्ञात हो कि चिरमिरी के पूर्व महापौर के. डोमरु रेड्डी ने छतीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत को पत्र लिखकर अनुकम्पा नियुक्ति में एम्प्लोईज चार्टर का पालन न करते हुए एसईसीएल के मनमाने रवैये का हवाला देते हुए हस्तक्षेप करने की मांग की थी।

 छतीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत को लिखे पत्र में चिरमिरी के पूर्व महापौर एवं जिला कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष के. डोमरु रेड्डी ने कहा है कि एसईसीएल में इन दिनों अनुकम्पा नियुक्ति के प्रकरणों में कम्पनी मुख्यालय के मनचाहे अड़ंगेबाजी के कारण हमारे चिरमिरी क्षेत्र के चिन्हित 9 लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। श्री रेड्डी ने पत्र में आगे कहा कि आपके संज्ञान में मैं यह तथ्य भी लाना चाहता हूं कि असमय अपने परिवार के लोगो को खो चुके एक परिवार के लिए अनुकम्पा नियुक्ति, उस बुरे दौर मे परिवार का भरण-पोषण के साथ ही साथ उनके मनोबल को बढ़ाने का एक मानवीय कारगर उपाय है। किंतु एम्प्लाईज चार्टर लागू होने के बावजूद एसईसीएल में इन दिनों इसके पूर्ण विपरीत नियम-कानूनों को ताक में रखकर मनमाने ढंग से चल रहे ढर्रे के कारण अकेले चिरमिरी क्षेत्र के कुल 10 में से 09 लोग दर - दर की ठोकर खाने को मजबूर हैं। जबकि इन सबके प्रकरण निर्धारित प्रक्रिया के तहत एसईसीएल अधिकारियों के माध्यम से बकायदा स्क्रीनिंग होते हुए पहले ब्रांच कार्यालय से क्षेत्रीय मुख्यालय, फिर क्षेत्रीय मुख्यालय से तय नियमों के मुताबिक एसईसीएल कम्पनी मुख्यालय बिलासपुर पहुंचता है। लेकिन दुःखद विषय यह है कि इसमें कुछ न कुछ कमी निकालकर कम्पनी मुख्यालय द्वारा बार - बार ऐसे प्रकरणों को 06 बार से ज्यादा चिरमिरी क्षेत्र के कुल 10 में से 09 प्रकरणों को वापस किया जा रहा है जो कि एप्लाईज चार्टर के नियमो के विरुद्ध है।

 श्री रेड्डी ने पत्र में आगे कहा है कि जबकि विशेष ध्यान देने योग्य तथ्य ये है कि यदि प्रकरण में कोई कमी रह गई है तो उसे कार्यालयीन रूप से निपटारा किया जाना चाहिए न कि हितग्राही को परेशान करते हुए उसे इस कार्यालय से उस कार्यालय के चक्कर काटने को विवश करना चाहिए। श्री रेड्डी में एसईसीएल चिरमिरी के अनुकम्पा नियुक्ति के मामलों में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत से हस्तक्षेप करते हुए मांग की थी, जिसे संज्ञान में लेकर डॉ. चरणदास महंत में एसईसीएल बिलासपुर के सीएमडी को पत्र लिखकर अनुकम्पा नियुक्ति के उपरोक्त सभी मामलों के जल्द निराकरण के निर्देश दिए हैं।