शहडोल (मोहम्मद शब्बीर शहडोल ब्यूरो)- कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट डॉ सतेन्द्र सिंह ने आज मेडिकल कॉलेज शहडोल का अवलोकन किया। कलेक्टर ने फीवर क्लीनिक मरीजो एवं कोविड-19 के पाॅजटिव मरीज जो मेडिकल कालेज भर्ती होने के लिए आते हे उन्हें अलग-अलग प्रवेष कराने के निर्देष देते हुए कहा कि, इससे संभावित फीवर क्लीनिक में जांच कराने आए मरीज कोविड-19 के पाॅजटिव मरीजो के सम्पर्क में आने से बच सकेगें। कलेक्टर ने फीवर क्लीनिक के सामने अपने समक्ष मरीजो के बैठने के लिए कुर्सीयां आदि की व्यवस्था सुनिष्चित की एवं डीन मेडिकल काॅलेज को कहा कि, पंजीयन के समय ही फीवर क्लीनिक में टेस्ट कराने आए मरीज को उनका पंजीयन नंम्बर दे दिया जाएं जिससे वे बैठकर अपना नम्बर आने का इंतजार करे एवं अनाष्वयक भीड़ न लगाएं। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने आक्सीजन सिलेंडर, बेड्स, वेंटीलेटर सहित अन्य चिकित्सकीय सुविधाओं की उपलब्धता के बारे में जानकारी ली तथा मेडिकल कॉलेज में आ रहे मरीजों से चर्चा की और उनके आने का कारण पूछा और समझाइश दी की आप लोग अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकले और निकलते समय मास्क व सोशल डिस्टेंसिग का पालन करे। कलेक्टर ने मेडिकल कॉलेज में आए मरीजों को बैठने की समुचित व्यवस्था उपलब्ध कराने के निर्देष दिए। कलेक्टर ने डीन को निर्देषि किया कि, पंजीयन के लिए बहुत लंबी लाइन न लगाए इसके लिए 2 कंप्यूटर आपरेटर लगाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने भ्रमण के दौरान उस वार्ड का निरीक्षण किया जहां 60 विस्तरीय, सीसीसी सेंटर बनाया जा रहा है। कलेक्टर ने निर्देषित किया कि, आईसीयू के मरीजो को जिनको आवष्यकता है उन्हें स्टेप डाउन वार्ड में रखा जाएं। आईसीयू में उन्ही मरीजो को रखा जाए जो वास्तविक में गंभीर हलात में हो।
इस मौके पर डीन मेडिकल कॉलेज श्री मिलिंद षिरालकर, अपर कलेक्टर श्री अर्पित वर्मा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ0 एम.एस. सागर, डॉ नागेंद्र सिंह, डाॅ. अभिषेक गौर, डाॅ. आकाष रंजन सिंह, डॉ अंशुमन सोनारे, सहित अन्य चिकित्सक उपस्थित रहे।