पाली महोत्सव आयोजन के लिए मिलेगी धन राशि – बघेल

पाली में एसडीएम व एसडीओपी कार्यालय शुरू करने की मांग का परीक्षण किया जाएगा
मुख्यमंत्री ने कहा: अब 15 लघु वनोपजों की समर्थन मूल्य पर खरीदी होगी

पाली महोत्सव का समापन समारोह

रायपुर-मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि पाली महोत्सव के आयोजन के लिए धन राशि की कोई कमी नहीं होगी। संस्कृति विभाग द्वारा इस आयोजन के लिए धन राशि की व्यवस्था की जाएगी। वे आज कोरबा जिले के विकासखण्ड मुख्यालय पाली में आयोजित पाली महोत्सव के समापन समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने यहां 45 करोड़ 35 लाख रूपये के 36 कार्यों का लोकार्पण किया तथा दो करोड़ 25 लाख रूपये के 6 कार्यों का भूमिपूजन किया।

मुख्यमंत्री ने महाशिवरात्रि एवं पाली महोत्सव के लिए नागरिकों को बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने लोगों की मांग का परीक्षण कराने की बात कही, जिससे पाली में एसडीएम कार्यालय व एसडीओपी कार्यालय शुरू किया जा सके।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आदिवासी क्षेत्रों के विकास में तेजी लाने तथा स्थानीय स्तर पर उनकी समस्याएं निपटाने के लिए बस्तर और सरगुजा विकास प्राधिकरण के बाद मध्य क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण बनाया है। आदिवासी नेतृत्व को बढ़ाने के लिए मध्य क्षेत्र विकास प्राधिकरण का अध्यक्ष क्षेत्रीय विधायक को तथा दो अन्य विधायकों को उपाध्यक्ष बनाया गया है। उन्होंने कटघोरा विधायक श्री पुरूषोत्तम कंवर को मध्य क्षेत्र विकास प्राधिकरण का उपाध्यक्ष बनने पर बधाई दी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश के किसानों के 10 हजार करोड़ रूपये के कृषि ऋण माफ कर उन्हें राहत पहुंचाई। दूसरा प्रमुख कार्य धान का मूल्य बढ़ाकर 2500 रूपये प्रति क्विंटल करने का था जिससे छत्तीसगढ़ के किसानों को उनकी उपज का वाजिब दाम मिला और उनकी माली हालत सुधरी। वनवासियों की आर्थिक स्थित में सुधार के लिए तेंदूपत्ता संग्रहण की दर ढाई हजार रूपये से बढ़ाकर चार हजार रूपये प्रति मानक बोरा की गई है। पहले केवल सात लघु वनोपजों को समर्थन मूल्य पर खरीदी जाती थी, परंतु अब बेल का गूदा, नागरमोथा सहित 15 वनोपजों को समर्थन मूल्य पर खरीदकर वनों में रहने वाले आदिवासी भाईयों की आय बढ़ाने का प्रयास किया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार लगातार आदिवासियों के हित में फैसले ले रही है। अब उद्योगों के लिए जमीन अधिग्रहण करने पर किसानों को बाजार मूल्य का चार गुना मुआवजा देने का भी फैसला सरकार ने लिया है। इस अवसर पर राजस्व मंत्री श्री जयसिंह अग्रवाल, मध्य क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष श्री पुरूषोत्तम कंवर, विधायक पाली-तानाखार श्री मोहित केरकेट्टा, महापौर श्रीमती रेणु अग्रवाल, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री अजय जायसवाल, पूर्व विधायक श्री बोधराम कंवर, श्री श्याम लाल कंवर सहित अनेक जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में आम नागरिक उपस्थित थे।