पटना : जन अधिकार पार्टी (जाप) के संरक्षक व मधेपुरा सांसद पप्पू यादव शनिवार को अचानक यू टर्न ले लिया। वे अब महागठबंधन के लिए कुछ भी करने को तैयार हैं। यहां तक कि घर छोड़ने को भी। उन्होंने यह भी कहा कि लालू प्रसाद यादव से मेरे अच्छे रिश्ते हैं। उनके साथ मेरा खून का रिश्ता है। बता दें कि महागठबंधन में जाप को कोई जगह नहीं मिली है, जबकि उनकी पत्नी रंजीत रंजन कांग्रेस के टिकट पर सुपौल से सांसद हैं और वहीं से फिर चुनाव लड़ेंगी। खास बात कि शुक्रवार को ही रंजीत रंजन ने ट्वीट कर कहा था कि उनके पति को कांग्रेस में शामिल किया जाए।
पप्पू यादव ने शनिवार को विद्यापति भवन में आयोजित पार्टी की राज्य कार्यकारिणी की बैठक के बाद कहा कि कोसी की जनता हमारी मालिक है और उनकी भावनाओं का सम्मान करना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता। हम मधेपुरा के वर्तमान सांसद है, महागठबंधन का हिस्सा है । महागठबंधन में कांग्रेस के निर्णय पर मधेपुरा सीट छोड़ सकते है। हमारे सामने देश को बचाने की चुनौती है। लालू प्रसाद से मेरा कोई व्यक्तिगत मतभेद नहीं है। वैचारिक मतभेद को भूलाकर साथ आने की जरूरत है।
उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस व राजद के बाद जाप(लो) सबसे बड़ी जनाधार वाली पार्टी है। बैठक में पार्टी ने वर्तमान राजनीतिक परिस्थिति में कोई भी फैसला लेने के लिए पप्पू यादव को अधिकृत किया। बैठक में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अखलाक अहमद, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अजय कुमार बुलगानीन, रघुपति सिंह ,राष्ट्रीय प्रधान महासचिव एजाज अहमद राष्ट्रीय महासचिव प्रेमचंद सिंह, राघवेंद्र कुशवाहा, प्रदेश प्रधान महासचिव अवधेश लालू सहित अन्य प्रमुख सदस्य शामिल हुए।