लखनऊ। भाजपा ने मंगलवार को जारी सूची में उत्तर प्रदेश के 29 लोकसभा क्षेत्रों के उम्मीदवार घोषित कर दिए। इससे पहले तीन चरणों में कुल 32 उम्मीदवार घोषित किये जा चुके हैं। नई सूची में भाजपा ने अपने छह और सांसदों के टिकट काटे हैं जबकि चार सांसदों के चुनाव क्षेत्र बदले हैं। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय फिर चंदौली से ही किस्मत आजमाएंगे जबकि केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा, साध्वी निरंजन ज्योति भी पुरानी ही सीट से मैदान में होंगे।
मंगलवार को ही भाजपा में शामिल हुई सिने अभिनेत्री और पूर्व सांसद जया प्रदा को भाजपा ने उनके पुराने क्षेत्र रामपुर से उतारा है। भाजपा ने मंगलवार को कानपुर के सांसद डॉ. मुरली मनोहर जोशी, बलिया के सांसद भरत सिंह, कुशीनगर के राजेश पांडेय, बाराबंकी की प्रियंका रावत, रामपुर के नैपाल सिंह और इटावा के सांसद अशोक दोहरे का टिकट काट दिया है।
पिछले वर्ष दलित आंदोलन के दौरान अशोक दोहरे के विरोधी सुर मुखर हुए थे, जबकि बलिया के सांसद भरत सिंह ने कामकाज को लेकर सरकार पर सवाल उठाये थे। केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी और उनके पुत्र वरुण गांधी की सुलतानपुर और पीलीभीत सीट आपस में बदल दी गई है। पिछले दिनों आगरा के सांसद राम शंकर कठेरिया की जगह प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल को मौका दिया गया था।
पार्टी ने राम शंकर कठेरिया को इटावा से उम्मीदवार बनाया है। भरत सिंह की जगह भदोही के सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त को बलिया में मौका दिया गया है। कुशीनगर में राजेश पांडेय की जगह विजय दुबे को मौका मिला है। कांग्रेस विधायक रहते हुए विजय भाजपा में शामिल हुए थे लेकिन, 2017 में उन्हें टिकट नहीं मिल सका।
भाजपा ने कन्नौज में 2014 में डिंपल यादव को कड़ी टक्कर देने वाले सुब्रत पाठक को फिर उम्मीदवार बना दिया है। उत्तर प्रदेश में स्मृति ईरानी के बाद पाठक दूसरे उम्मीदवार हैं जिन्हें दोबारा मौका मिला है।