नई दिल्ली: वाराणसी से पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ रहे सपा उम्मीदवार तेज बहादुर यादव का नामांकन रद्द हो गया है. चुनाव आयोग ने तेज बहादुर यादव के नामांकन को रद्द कर दिया है.
नामांकन रद्द होने के बाद तेज बहादुर यादव ने इसे तानाशाही बताते हुए कहा कि वह सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे. तेज बहादुर यादव ने कहा कि चुनाव आयोग से मैंने कहा था कि मैं अंबानी नहीं हूं कि इतने कम समय में सूचना ले आउंगा.
तेज बहादुर यादव ने कहा कि कल शाम 6.15 बजे चुनाव आयोग ने साक्ष्य देने को कहा था. हमने साक्ष्य तैयार कर लिए फिर भी मेरा नामांकन खारिज कर दिया गया. पर्चा गैरकानूनी तरीके से निरस्त किया गया है. यह जानबूझकर साजिश रची गई है.
दरअसल तेज बहादुर पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अपनी दावेदारी पेश की थी, उसमें उन्होंने अपने हलफनामे में सेना से बर्खास्तगी की बात कही थी, लेकिन समाजवादी पार्टी की तरफ से जब उन्होंने अपना नामांकन दाखिल किया तो शायद इस तथ्य को छुपा लिया. नामांकन पत्र जांच के दौरान वाराणसी के रिटर्निंग अफसर को जब इस तथ्य की जानकारी मिली तो उन्होंने नोटिस भेजकर उनसे इसका जवाब मांगा था.
बता दें कि तेज बहादुर यादव ने बीएसएफ में रहते हुए खराब खाने की शिकायत की थी, जिसके बाद उन पर कार्रवाई की गई थी और उन्हें बर्खास्त कर दिया गया था. तेज बहादुर जम्मू-कश्मीर में तैनात जवानों को खराब खाना दिए जाने की शिकायत वाले वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल करने के बाद चर्चा में आए थे. उन्हें झूठे आरोप लगाने के आरोप में जुलाई 2018 में बर्खास्त कर दिया गया था.