मनेंद्रगढ़। विधानसभा मनेन्द्रगढ़ में गजब का माहौल बन रहा है जहां त्रिकोणीय चुनाव देखा जा सकता है, इस विधानसभा चुनाव में तीनों प्रत्याशी जिसमें भारतीय जनता पार्टी से श्याम बिहारी जायसवाल जो की खड़गवां के स्थानीय हैं, कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी रमेश सिंह मनेंद्रगढ़ के स्थानीय एवं गोंगपा के प्रत्याशी इस्माइल शेख चिरमिरी के स्थानीय हैं, और तीनों ही विधानसभा चुनाव में एक दूसरे के लड़ते नजर आएंगे।
विधानसभा मनेन्द्रगढ़ क्षेत्र में जहां एक तरफ़ भारतीय जनता पार्टी से श्याम बिहारी जायसवाल पहले भी चुनाव लड़ चुके हैं और जनता के बीच भारी चर्चित हैं, वहीं कांग्रेस पार्टी से रमेश सिंह और गोंगपा से इस्माइल शेख नए चेहरे हैं जिन पर उनकी पार्टियां दांव खेलने जा रही है। आपको बता दें कि श्याम बिहारी जैसवाल की अच्छी खासी पकड़ विधानसभा मनेंद्रगढ़ के तीनों क्षेत्रों में बताई जा रही हैं, मगर पिछले चुनाव में श्याम बिहारी जयसवाल अपने ही गृहग्राम रतनपुर खड़गवां से कमज़ोर दिखाई दिए थे, श्याम बिहारी जयसवाल विधानसभा मनेन्द्रगढ़ क्षेत्र से विधायक भी रह चुके हैं मगर आमजनमानस में चल रही बातचीत के अनुसार प्रदेश में भाजपा पन्द्रह साल और श्याम बिहारी जयसवाल के पंच वर्षीय कार्यकाल में चिरमिरी शहर के विकास के नाम पर जनता को कोई खास कार्य नज़र नहीं आए, और यह मुद्दा इस विधानसभा चुनाव में भाजपा से श्याम बिहारी जयसवाल के लिए घातक साबित हो सकता है।
वहीं दूसरी तरफ़ कांग्रेस पार्टी ने सिटिंग एमएलए डॉ विनय जयसवाल की सीट काटते हुए इस बार विधानसभा मनेंद्रगढ़ का कमान संभाल रमेश सिंह के हाथों में सौंपा है, आम जनता कि मानें तो यह भी काफी चर्चित रहे हैं विधानसभा मनेन्द्रगढ़ क्षेत्र में एक उच्च स्तरीय अधिवक्ता के रूप में और कांग्रेस पार्टी के ये वरिष्ठ कार्यकर्ता भी लंबे समय से हैं मगर अपने जीवनकाल में यह पहली बार अपने क्षेत्र से विधानसभा चुनाव में लड़ते नज़र आ रहे हैं जिनके पास मुद्दों की बात करें तो कांग्रेस पार्टी के विधायक डॉ विनय जयसवाल द्वारा जो तमाम विकास कार्यों को अंजाम दिया गया और जो सारे काम अधूरे पड़े हैं और चिरमिरी शहर में बेरोज़गार युवाओं के लिए रोजगार उपलब्ध कराने जैसे मुद्दे हैं जिस पर इस विधानसभा चुनाव में जनता के दिलों को जीतने के लिए ना केवल कांग्रेस पार्टी मगर तीनों पार्टियों को गंभीर चिंतन करने की ज़रूरत है।
अब बात करें अगर गोंगपा पार्टी से प्रत्याशी इस्माइल शेख जिन्हें चिरमिरी शहर के समाजसेवी और चिरमिरी जिला बनाओ संघर्ष समिति के सदस्य के रूप में भी देखा जा चुका है, मगर इनके द्वारा अक्सर चिरमिरी के स्थायित्व एवं चिरमिरी के समस्याओं के संबंध में ही बातचीत करते लोगों ने देखा है, जिनका पूरा फोकस विधानसभा मनेन्द्रगढ़ क्षेत्र के केवल चिरमिरी पर ही देखने को मिल रहा है, जिनके पास मुद्दों के नाम पर मात्र चिरमिरी क्षेत्र के विकास के मसले ही हैं मगर उन्हें शायद इस बात का अंदाज़ा नहीं कि वो ना केवल चिरमिरी क्षेत्र के ही प्रत्याशी हैं, वो गोंडवाना गणतंत्र पार्टी से पूरे विधानसभा मनेन्द्रगढ़ क्षेत्र के प्रत्याशी हैं, जिसका खामियाजा उन्हें इस विधानसभा चुनाव में भुगतना भी पड़ सकता है, मगर क्षेत्र की के भाव भाव देख कर ऐसा प्रतीत हो रहा है कि जनता गोंगपा पर उतना ध्यान नहीं दे रही है और लोगों की ज़ुबान से कुछ ऐसी बातें भी सुनने को मिल रही हैं कि गोंगपा इस विधानसभा चुनाव में मात्र वोट ही काट सकती है, मगर गोंगपा वर्तमान समय में लोगों के दिलों में उतर पाने में फिलहाल कामयाब नहीं हुई है, जहां लोगों की नज़रों में दोनों राष्ट्रीय पार्टी कांग्रेस और भाजपा ही इस चुनाव में आमने-सामने देखे जा रहे हैं।
विधानसभा मनेंद्रगढ़ क्षेत्र में इस चुनावी माहौल में त्रिकोणीय चुनाव का यह मंज़र एक बड़ा ही दिलचस्प मोड़ लेते नज़र आ रहा है जहां तीनों प्रत्याशी विधानसभा मनेंद्रगढ़ की कुर्सी के लिए हर संभव प्रयास करते नज़र तो आ रहे हैं मगर कुर्सी का असली हकदार कौन होगा यह तो जनता ही तय करेगी।