विशेष लेख,मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के जन्मदिन पर बुजुर्गों से लेकर बच्चों में खुशी का माहौल

अपने माटी के लाल को फूल और गुलदस्ता देकर किया अभिनन्दन, दी शुभकामनाएं

जशपुर के बगिया को भला अब कौन नहीं जानता..? प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय का गाँव है यह…और इस गाँव को ही बगिया कहते हैं…। आज इस गाँव बगिया में खिले हुए फूलों का एक साथ मुस्कुराना हुआ। यह अवसर था मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के जन्म दिन उत्सव का। मुख्यमंत्री को बधाई और शुभकामनाएं देने बगिया ही नहीं जशपुर जिले के गांव-गांव से लोग बगिया पहुंचे थे। मुख्यमंत्री बड़े ही अपनत्व भाव से मुस्कुराते हुए लोगों से मुलाकात कर बधाई स्वीकार करते वक्त बड़े बुजुर्गों से आशीर्वाद लेते और छोटो को दुलार करते नजर आए। इस मौके पर बगिया का माहौल बेहद खुशनुमा और प्रफुल्लित दिखाई दे रहा था।

अपने जन्मदिन पर अपनी माटी को याद करते हुए गाँव पहुँचे प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने शायद इसीलिए भी अपने गाँव बगिया के आश्रम विद्यालय को चुना होगा कि वे गाँव के फूल समान बच्चों के बीच जाएं, उनके साथ रहकर केक काटे,खाना खाएं और यहाँ से जाने से पहले उन्हें शिक्षा का महत्व बताते हुए आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करें…। उन्होंने ऐसा ही किया। बगिया में आश्रम शाला में आकर बच्चों के साथ जन्मदिन को यादगार बनाते हुए सभी से अपील भी की है कि अपना जन्मदिन आश्रम, छात्रावास में जाकर बच्चों के बीच मनाएं और उन्हें प्रोत्साहित करें।

 अपने साठवें जन्मदिन पर मुख्यमंत्री श्री साय यहाँ पहुँचे तो उनके आने का सबको बेसब्री से इंतजार था। मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार अपना जन्मदिन मनाने बगिया आए श्री साय को अपने बीच पाकर बच्चों के मन में कई प्रेरणाएं भी जागी। बच्चों ने बातें भी की और दोबारा आने का न्योता भी दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि बगिया उनका भी गाँव है और आना जाना लगा रहेगा। कुछ बच्चों ने मार्मिक कविताओं से मुख्यमंत्री का अभिनन्दन किया। इस बीच बगिया के नन्हें फूलों को एक साथ मुस्कुराता देख सभी के मन में सुकून और खुशियां भी थी।

 मुख्यमंत्री श्री साय के जन्मदिन की खुशियां आज उनके गृहग्राम बगिया में एक अलग ही रूप में नजर आई। छोटे से गाँव से निकलकर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री बने श्री विष्णु देव साय अपनी सादगी और संजीदगी से जाने पहचाने जाते हैं। अपनी 60वें जन्मदिन पर किसी तरह के तामझाम से दूर गांव के आश्रम शाला में नन्हें-मुन्ने बच्चों के साथ मनाया। उन्हें मिठाई खिलाई और उनके साथ बैठकर भोजन भी किया। इसके पश्चात वे घर में आकर माता श्रीमती जसमनी साय से आशीर्वाद लिया। धार्मिक अनुष्ठान में शामिल हुए। पत्नी श्रीमती कौशल्या देवी साय ने उनकी आरती उतारी और दीर्घायु की कामना की। 

सहज और सरल स्वभाव के मुख्यमंत्री श्री साय ने अपने निवास स्थान में दूरदराज से आए ग्रामीणों से बड़ी आत्मीयता के साथ मुलाकात की और स्वागत, अभिनन्दन के लिए लाए फूलों को सहर्ष स्वीकार करते हुए साथ में फ़ोटो भी खिंचवाई। हाथ मिलाया और गले लगाते हुए बधाई और शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद भी दिया। ग्राम बारो से आए खेमा सिंह,तुरंगा खार के गुलेश्वर सिंह,लोटापानी की सुकांति बाई, रजोटी की प्रमिला और विमला बाई सहित अन्य लोगों ने कहा कि उन्हें बहुत खुशी हुई कि मुख्यमंत्री बनने के बाद श्री विष्णु देव साय हर बार की तरह अपना जन्मदिन मनाने आए हैं। वे घर पर ही सादगी के साथ अपना जन्म दिन मनाते हैं… आज भी वे आए हैं और हम लोग भी उनकी खुशी में शामिल होते हुए उन्हें बधाई और शुभकामनाएं देने आए थे।