नवाज शरीफ को सजा सुनाने वाले जज बर्खास्त

इस्लामाबाद : नवाज शरीफ को सजा सुनाने वाले जज बर्खास्त. पाकिस्तान की सरकार ने ऐसा एक विडियो वायरल होने के बाद किया है. हाल में शरीफ की बेटी मरयम ने एक वीडियो जारी किया था जिसमें जज अरशद मलिक ने कथित तौर पर ब्लैकमेल के चलते शरीफ को सजा सुनाने की बात स्वीकारी थी।

मलिक ने हालांकि इस वीडियो को फर्जी बताया है। लेकिन इस वीडियो को लेकर जवाबदेही न्यायालय के जज की निष्पक्षता पर सवाल उठ रहे थे। इस विवाद के बीच इस्लामाबाद हाई कोर्ट ने कानून मंत्रालय को मलिक को हटाने का आदेश दिया था।

कानून मंत्री फारोघ नसीम ने शुक्रवार को कहा, ‘कथित वीडियो और प्रेस विज्ञप्ति के आधार पर जज अरशद मलिक को बर्खास्त कर दिया गया है।’ मलिक की बर्खास्तगी से नवाज शरीफ को रिहा करने की मांग फिर उठने लगी है। पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के प्रवक्ता ने मांग की है कि नवाज को सुनाई गई सजा खारिज होनी चाहिए और उन्हें तुरंत जेल से रिहा किया जाना चाहिए। शरीफ के परिवार के साथ उनकी पार्टी भी उन पर चलाए गए मुकदमों को राजनीति से प्रेरित बताती रही है।

उल्लेखनीय है की 6 जुलाई को मरयम नवाज़ ने जवाबदेही अदालत के न्यायाधीश अरशद मलिक का एक वीडियो जारी किया था, जिसमें मरयम ने बताया कि उनके पिता के खिलाफ सबूतों की कमी होने के बावजूद भी जेल में डाल दिया गया। मरयम ने आरोप लगाया की जज अरशद मलिक ने कथित तौर पर स्वीकार किया है कि नवाज शरीफ को सजा सुनाने के लिए उन्हें धमकी दी गई थी। हालांकि, न्यायाधीश ने नवाज़ शरीफ की बेटी द्वारा लगाए गए आरोपों का खंडन किया था।

बता दें कि कोर्ट के जज अरशद मलिक ने ही देश के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को पिछले साल अल-अजीजिया स्टील मिल भ्रष्टाचार मामले में सात साल की कैद की सजा सुनाई थी। इसके अलावा उन्‍हें लंदन के आलीशान फ्लैट के मामले में भी सजा सुनाई जा चुकी है।