भोपाल : मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार को मिला भाजपा विधायको का समर्थन. सदन में जब एक विधेयक पर मत विभाजन के दौरान भाजपा के दो विधायकों नारायण त्रिपाठी और शरद कोल ने अपना समर्थन मुख्यमंत्री कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस नीत सरकार को दे दिया.
बुधवार शाम को पत्रकारों से बात करते हुए दोनों विधायकों ने इसे घर वापसी करार दिया, जबकि मध्य प्रदेश सरकार के खनन मंत्री प्रदीप जायसवाल, जो कमलनाथ सरकार का समर्थन करने वाले चार निर्दलीय विधायकों में से एक हैं, उन्होंने कहा कि कम से कम चार और बीजेपी विधायक जल्द ही कांग्रेस का दामन थामेंगे.
इसी बीच, बीजेपी नेता एवं मध्य प्रदेश के पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने यहां संवाददाताओं को बताया, “खेल कांग्रेस ने शुरू किया, खत्म हम करेंगे.” विधानसभा में दंड विधि (मध्य प्रदेश संशोधन) विधेयक 2019 पर बसपा विधायक संजीव सिंह द्वारा मांगे गये मत विभाजन के दौरान कुल 122 विधायकों ने सत्तारूढ़ कांग्रेस के पक्ष में मतदान किया.
बतादें राजनीतिक गलियारों में चर्चा चल रही है कि इन दोनों भाजपा विधायकों के कांग्रेस के पक्ष में मतदान करने में कमलनाथ के साथ-साथ भोपाल मध्य के कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद की महत्वपूर्ण भूमिका रही है, जो कांग्रेस नेता सुरेश पचौरी के खेमे के हैं. ये दोनों विधायक पूर्व में कांग्रेसी नेता रहे हैं और पिछले साल मध्य प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हुए थे. नारायण त्रिपाठी बार-बार दल बदलने के लिए जाने जाते हैं. भाजपा के इन दोनों विधायकों ने कहा कि यह उनकी ‘घर वापसी’ है.