10 माह की प्रज्ञा को कुपोशण से मिल गई है मुक्ति


कोरिया – मुख्यमंत्री  भूपेष बघेल की मंशा अनुरूप कुपोषण की रोकथाम हेतु जिले में माह जुलाई 2019 से सुराजी कुपोषित कोरिया अभियान का संचालन किया जा रहा है। जिसके अंतर्गत कुपोषित बच्चों को चिन्हांकित करते हुए उन्हें योजना का लाभ दिलाया जा रहा है। इसी क्रम मंे बाल विकास परियोजना सोनहत अंतर्गत ग्राम कछार निवासी श्रीमती बिन्धेश्वरी पति श्री यूकेश की 10 माह की पुत्री प्रज्ञा का चिन्हांकन गंभीर कुपोषण से ग्रसित होने के कारण इस योजना हेतु किया गया।
अभियान के प्रारंभ में बच्चे का वजन, पोषण स्तर एवं स्वास्थ्य परीक्षण किया गया एवं उसके अभिभावकों को बच्ची के पोषण स्वास्थ्य एवं व्यक्तिगत स्वच्छता के विषय में उचित परामर्श दिया गया। बच्ची को कृमिनाशक दवाई का सेवन कराया गया। तत्पश्चात् उसे नियमित रूप से सप्ताह में 02 दिवस प्रति बुधवार एवं शुक्रवार को आॅगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा गृहभेट कर अंडा खिलाया गया एवं उसके अभिभावकों को नियमित रूप से बच्ची के पोषण स्तर एवं स्वास्थ्य के उचित देखभाल हेतु परामर्श दिया गया।
नियमित रूप से उचित मात्रा में ऊपरी आहार व सतत् स्तनपान के विषय में जानकारी प्रदान की गई। साथ बच्ची को ऊपरी आहार में हरी ताजी एवं पोषक तत्वों से युक्त भाजी सहित अन्य खाद्य पदार्थों को शामिल करने की सलाह दी गई। इसके अलावा बच्चे को नियमित रूप से मुनगा भाजी के उपयोग हेतु भी प्रेरित किया गया। गृहभेंट के माध्यम से सुपोषण के 10 कदम एवं परिवार आधारित पोषण गतिविधियों से अवगत कराया गया। जिसके परिणाम स्वरूप 03 माह में ही बच्ची के पोषण स्तर में सकारात्मक प्रभाव पड़ा और बच्ची गंभीर कुपोषण से सामान्य श्रेणी में आ चुकी है और वह सतत् प्रयासों से कुपोषण मुक्त हो गई है। उल्लेखनीय है कि प्रज्ञा का प्रारंभ में वजन लगभग 7 किलो 400 ग्राम था, जो अब 9 किलो हो चुका है।