कैंसर पीड़ित, दृष्टि बाधित और दिव्यांग महिलाओं के सशक्तिकरण के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए वाराणसी में रविवार को ‘पिंकथॉन’ का आयोजन किया गया। इसकी खासियत यह रही कि युवा से लेकर बुजुर्ग महिलाओं ने पूरे उत्साह और जज्बे के साथ इसमें भाग लिया। सैकड़ों की संख्या में महिलाएं दो किलोमीटर तक दौड़ीं।
पिंकथान का आयोजन विश्व के 12 देशों के 80 शहरों और 200 लोकेशन पर किया जा रहा है। वाराणसी में अंतरराष्ट्रीय एथलीट नीलू मिश्रा ने की एम्बेसडर बनकर महिलाओं की सेहत के लिए मुहिम छेड़ी है। रविवार को सिगरा स्टेडियम में कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रगान से हुआ। इसके बाद मुख्य अतिथि मर्चेंट नेवी के चीफ इंजिनियर आनंद दुबे झंडी दिखाकर का शुभारंभ किया। दो किलोमीटर की दौड़ रथयात्रा चौराहे से सिगरा से वापस सिगरा आई। दौड़ समाप्त होने पर रॉक बैंड वैभव की टीम ने सभी को प्रोत्साहित किया। पिंकथॉन में सोनभद्र के नक्सली इलाके से आई महिलाओं और सबसे जागरूक प्रतिभागियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में कैंसर पीड़ित लोकगीत गायिक डॉ. शारदा दुबे और श्रद्धा अग्रवाल ने कहा कि कैंसर को मात देने के लिए सबसे जरूरी है कि मनोबल नहीं टूटने देना चाहिए। डॉक्टर अनिता ने बताया कि समय-समय पर महिलाओं को स्तन की जांच कराने के साथ अगर कहीं भी गांठ दिखाई दे तो तत्काल डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। पिंकथॉन की संयोजक अंतरराष्ट्रीय एथलीट नीलू मिश्रा का कहना है कि इस तरह के जागरूकता अभियान में सभी वर्गों की महिलाएं शामिल होकर समाज को स्वस्थ रहने का संदेश दे रही हैं।
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