IFFI 2019 समापन: धारा 370 और कश्मीर पर बोले गोवा के गवर्नर

पणजी: गुरुवार की शाम गोवा के पणजी में चल रहे भारत के 50 वें अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव ( IFFI 2019 ) का समापन समारोह आयोजित किया। 20 नवंबर से 28 नवंबर तक चले फिल्म फेस्टिवल के अंतिम दिन यानी क्लोजिंग सेरमनी में जाने-माने म्यूजिक डायरेक्टर , , फिल्म मेकर मंजू बोराह, निर्देशक , अभिनेत्री रकुल प्रीत सिंह, कुणाल कपूर, सोनाली कुलकर्णी, उषा जाधव, मुख्यमंत्री प्रमोद जाधव, डायरेक्टर आदित्य धर, रूपा गांगुली, रवि किशन, केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण सेक्रटरी अमित खरे, गोवा के गवर्नर सतपाल मालिक, बाबुल सुप्रियो, रमेश सिप्पी, राहुल रवैल, नित्या मेनन सहित राजनीती, बिजनस और सिनेमा जगत के तमाम और दिग्गजों ने हिस्सा लिया।

समापन समारोह की मेजबानी कुणाल कपूर और सोनाली कुलकर्णी ने की। प्रोग्राम की शुरुआत में ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ थीम के तहद सिनेमा में विभिन्न क्षेत्रों में अपने विशेष योगदान के लिए लेजंड म्यूजिक डायरेक्टर इलैयाराजा, अभिनेता प्रेम चोपड़ा, अभिनेता अरविन्द स्वामी, कत्थक मेस्ट्रो पंडित बिरजू महाराज, पवन कुमार, और असमी फिल्ममेकर मंजू बोराह को लेजंड ऑफ इंडियन सिनेमा का विशेष पुरस्‍कार प्रदान किया जाएगा। बिरजू महाराज इस आयोजन में शामिल नहीं हो सके, लेकिन उन्होंने अपनी शुभकामनाएं भेजीं और विशेष सम्मान के लिए सबका शुक्रिया अदा किया।

विशेष सम्मान के पश्चात बाबुल सुप्रियों ने इलैयाराजा के संगीत में तैयार गाना ‘ऐ जिंदगी गले लगा ले’ को खुद परफॉर्म किया। इस बार फिल्म महोत्सव में 76 देशों की 190 फिल्मों का प्रदर्शन किया गया। फेस्टिवल की क्लोजिंग फिल्म ‘मार्घे ऐंड हर मदर’, इस फिल्म का निर्देशन मोहसेन मखमलबफ ने किया है।

स्पेशल मेंशन अवॉर्ड निर्देशक अभिषेक शाह की फिल्म ‘हेल्लारो’ के नाम रहा। बेस्ट डेब्यू फिल्म का सम्मान Marius Olteanu को फिल्म ‘Monsters’ और फिल्म ‘
ABOULEILA’ के लिए डायरेक्टर
Amin Sidi Boumediene को दिया गया। स्पेशल ज्यूरी गोल्डन पिकॉक अवॉर्ड- निर्देशक Pema Tseden की फिल्म ‘बलून’ को मिला। बेस्ट ऐक्टर फीमेल के सम्मान से उषा जाधव को सम्मानित किया गया। यह अवॉर्ड उन्हें फिल्म ‘माई घाट’ के लिए प्राप्त हुआ।अभिनेता
Seu Jorge को बेस्ट ऐक्टर का अवॉर्ड प्राप्त हुआ। बेस्ट डायरेक्टर का अवॉर्ड फिल्म Jallikattu के लिए Lijo Jose Pellissery ने जीता। बेस्ट फिल्म का गोल्डन पिकॉक अवॉर्ड फिल्म ‘
Particles’ को मिला, इस फिल्म का निर्देशन
Blaise Harrison ने किया था और फिल्म के प्रड्यूसर
EstelleFialon हैं।

हाल ही में 3 नवंबर को गोवा के गवर्नर का पद ग्रहण करने वाले सत्यपाल मालिक समापन समारोह के मुख्य अतिथि थे। उन्होंने इस मौके पर कहा, ‘मैं गोवा में 3 हफ्ते पहले ही आया हूं और कश्मीर से आया हूं, लेकिन कश्मीर का हैंगओवर अब तक गया नहीं है। मैं आज फिल्मी दुनिया से जोड़कर अपनी तकलीफ के बारे में कहूंगा। कश्मीर में था तो हर रात सोने से पहले मेरा हाल फिल्म ‘पाकीजा’ के आखरी गाने जैसी थी, आज हम अपनी दुआओं का असर देखेंगे, तीर ऐ नजर देखेंगें, आप तो आंख मिलाते हुए शरमाते हैं, आप तो दिल के धड़कने से भी डर जाते हैं, उसपे जिद यह है कि हम जख्म ऐ जिगर देखेंगे, आज की रात बचेंगे तो सहर देखेंगे।’

‘खतरे इतने थे कि जब मैं पहुंचा तो 17 साल बाद कश्मीर में पंचायत का इलेक्शन करवाया। सारी पार्टियों ने बॉयकॉट किया, हुर्रियत ने बॉयकॉट किया, आतंकवादी ने धमकी दी थी, 4000 लोग चुनें गए, एक चिड़िया की कैजुअलिटी नहीं हुई। हर हफ्ते लोग वहां मरते थे, लोगों को उकसाया जाता था। आज धारा 370 हटा तब भी कोई किसी तरह की कैजुअलिटी नहीं हुई, जब मैं इस बारे में ब्यूरोक्रेट से बात करता था तो वह डराते थे कि 1000 लोगों को मारना पड़ेगा, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं करना पड़ा।’

‘मैं 370 के हटने के बाद कश्मीर के अस्पतालों में गया, कहीं कुछ नहीं हुआ। वहां के लोग मुझे बताते थे कि वह न पकिस्तान के हैं, इंडिया के, उन्हें तो मौलवी यह सिखाते थे कि मरोगे तो जन्नत मिलेगी। यह खतरनाक बात है, मैंने लोगों को समझाया, जन्नत तो कश्मीर ही है। अच्छे मुसलमान की तरह मरोगे तो फिर से यही जन्नत मिलेगी। मुझे वॉर्न किया गया था कि जब 370 हटेगी तो शायद पुलिस रिवोर्ट करदे, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। फक्र है कश्मीर की पुलिस पर, उन्होंने ईद के मौके पर, ईद पुलिस लाइन में मनाई थी।’

‘मैं हाल ही में किसी बड़ी हस्ती का एक बयान पढ़ रहा था कि फिल्मों से कुछ सीखने को नहीं मिलता है, मुझे तो फिल्मों से बहुत सीख मिलती है। हमारे देश में जो अमीर हैं और बिल्डिग्स में रहते हैं, वह चैरिटी नहीं करते, देश की सेना के लिए एक पैसे का दान नहीं करते हैं, मैं इस तरह के अमीरो को इंसान नहीं मानता, मैं बॉलिवुड के फिल्ममेकर्स से अनुरोध करूंगा कि ऐसी फिल्में बनाएं, जिससे इन अमीरों को कुछ सीख मिले। फिल्मों के जरिए इन अमीरों पर करिए। आप लोग फिल्म के जरिए गरीबी-अमीरी की विसंगति को दूर करिए।’

समापन समारोह में कई रंगारंग कार्यक्रम आयोजित हुए, जाने-माने सिंगर हरिहरन ने भी अपनी टीम के साथ लाइव परफॉर्म किया, इफ्फी 2019 महोत्सव में बॉलिवुड के कई दिग्गजों ने मास्टर क्लास के जरिए फिल्म प्रेमियों संग अपने अनुभव साझा किए। अनिल कपूर, कपूर, फराह खान, रोहित शेट्टी, रकुल प्रीत सिंह, तापसी पन्नू, मेघना गुलजार, अमिताभ बच्चन, प्रियदर्शन, इलैयाराजा, रजनीकांत, इम्तियाज अली, नित्या मेनन, राहुल रवैल, प्रसनजीत चटर्जी, डॉली अहलूवालिया, मंजू बोराह, श्री राम राघवन, मुकेश छाबड़ा, नंदिनी श्रीकांत, श्रीजीत मुखर्जी, अनंत नारायण, आदित्य धर सहित कई अन्य लोगों ने इफ्फी के अलग-अलग मंच पर मीडिया और दर्शकों से रूबरू हुए।

‘आइकॉन ऑफ द गोल्डन जुबली अवॉर्ड’ से सम्मानित किया गया था। अमिताभ बच्चन को विशेष सम्मान से से नवाजा गया था। रजनीकांत को यह पुरस्‍कार स‍िनेमा में उनके अभूतपूर्व योगदान के लिए दिया गया है। सम्मान मिलने के बाद रजनीकांत ने कहा था, ‘सभी का अभिवादन, अमिताभ बच्चन मेरे प्रेरणा हैं, मैं बहुत ज्यादा खुश हूं, यह सम्मान मैं अपने निर्देशक, निर्माताओं, टेक्निशन और फैंस को डेडिकेट करता हूं।’

Source: Entertainment