रायपुर, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती के अवसर पर प्रदेशवासियों को राजधानी रायपुर में लगभग 140 करोड़ रूपए की लागत से निर्मित दाऊ कल्याण सिंह सुपरस्पेश्यलिटी अस्पताल की सौगात मिली। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने शाम को इस अत्याधुनिक सरकारी अस्पताल के विशाल भवन का लोकार्पण किया।
इस अवसर पर स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री अजय चन्द्राकर, कृषि मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल, लोक निर्माण मंत्री श्री राजेश मूणत, लोकसभा सांसद श्री रमेश बैस और अन्य वरिष्ठ जनप्रतिनिधि, बड़ी संख्या में नागरिक, डॉक्टर और अधिकारी उपस्थित थे। उल्लेखनीय है कि राज्य निर्माण के पहले यहां पर दानवीर दाऊ कल्याण सिंह के नाम पर डीकेएस अस्पताल का संचालन होता था। नवंबर 2000 में राज्य स्थापना के बाद राजधानी रायपुर में मंत्रालय की स्थापना की गई। वर्ष 2012 में मंत्रालय नया रायपुर (अब अटल नगर) में निर्मित महानदी भवन में संचालित होने लगा। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने डीके अस्पताल भवन से मंत्रालय खाली होने के बाद इस अस्पताल भवन को आम जनता की सुविधा के लिए सुपरस्पेश्यलिटी अस्पताल के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया और आज गांधी जयंती के दिन उन्होंने इसका लोकार्पण किया। अत्याधुनिक चिकित्सा उपकरणों और सुविधाओं से सुसज्जित इस अस्पताल में 125 बिस्तरों की क्रिटिकल केयर यूनिट की भी स्थापना की गई है। अस्पताल भवन 13.8 एकड़ में बनाया गया है। अस्पताल में 80 डॉक्टर, 218 नर्सिंग स्टाफ, 210 पैरामेडिकल और अन्य स्टाफ सहित आउटसोर्सिंग से 280 हाउसकिपिंग स्टाफ, 180 सुरक्षा स्टाफ और 105 मेडिकल रिकार्ड तथा रखरखाव के कर्मचारी मरीजों को अपनी सेवाएं देंगे।
सुपर स्पेश्यलिटी अस्पताल भवन में दाऊ कल्याण सिंह के नाम पर स्नातकोत्तर संस्थान और अनुसंधान केन्द्र भी बनाया गया है, जहां चिकित्सा शिक्षा की उच्च स्तरीय सुविधाएं मिलेंगी। सुपरस्पेश्यलिटी अस्पताल में मरीजों को सस्ती दर पर अच्छी सेवाएं मिलेंगी। पोस्ट ग्रेजुएट संस्थान का दर्जा मिलने पर मेडिकल छात्र-छात्राओं और मरीजों को भी इसका फायदा मिलेगा। यहां पर सबसे बड़ा अत्याधुनिक डायलिसिस सिस्टम भी होगा, जहां हेपेटाइटिस-बी, हेपेटाइटिस-सी और एचआईव्ही पॉजीटिव के मरीजों को डायलिसिस की सुविधा मिलेगी। बच्चों और बुजुर्गों के लिए डायलिसिस की अलग व्यवस्था रहेगी। इसके अलावा यहां पर लिवर डायलिसिस की भी सुविधा शुरू होने जा रही है। वर्तमान में यह सुविधा केवल दिल्ली में उपलब्ध है। इस अस्पताल में 20 बिस्तरों का अत्याधुनिक बर्न यूनिट सहित सिटी स्कैन आदि की भी व्यवस्था रहेगी। यह देश का पहला ऐसा सरकारी अस्पताल है, जहां वेस्ट एवं लेनिन मैनेजमेंट सिस्टम की स्थापना की जा रही है।