जीरम के बलिदानों के बावजूद ठंडी नहीं हुयी भाजपा की बदले की आग:शैलेश

राजनैतिक प्रतिशोध की भावना से काम कर रहा है भाजपा नेतृत्व :शहीद नंदकुमार पटेल और शहीद दिनेश पटेल के बाद अब उमेश पटेल निशाने पर 

रायपुर/ओपी चौधरी के सरकारी नौकरी में त्यागपत्र के समाचारों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि भाजपा के चुनाव तैयारियों में आईएएस अधिकारियों की संलिप्तता के कांग्रेस के आरोप अंततः सही निकले। भाजपा को पर्दे के पीछे से मदद करने वाले चंद आईएएस अधिकारियों में पहला चेहरा बेनकाब हुआ। आखिरकार साबित हो ही गया कि भाजपा अब पुरानी भाजपा नहीं रही, मोदी और शाह ने भाजपा को पार्टी विथ डिफरेन्स बना दिया है। भाजपा अब कार्यकर्ताओं के भरोसे काम करने वाली पार्टी नहीं रही और अधिकारियों के भरोसे काम करने वाली पार्टी में बदल चुकी है। ओपी चौधरी ने रायपुर कलेक्टर के रूप में भाजपा के अलोकप्रिय मंत्रियों के लिये भाजपा कार्यकर्ता और भाजपा के इवेंट मैनेजमेंट के रूप में काम करते रहे और एक आईएएस अधिकारी की गरिमा, सम्मान और अस्मिता को नीचे गिराने का काम किया है।

जीरम के बलिदानों के बावजूद ठंडी नहीं हुयी भाजपा की बदले की आग

प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री और संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि उमेश पटेल को निशाना बना कर राजनैतिक प्रतिशोध भंजाने की मंशा से ओपी चौधरी को नौकरी से इस्तीफा दिलवाने से स्पष्ट है कि भाजपा की बदले की आग अभी ठंडी नहीं हुई है। जीरम में शहीद नंदकुमार पटेल और शहीद दिनेश पटेल के बलिदान के बाद अब उनके ही परिवार के उमेश पटेल को राजनैतिक निशाना बनाने से मुख्यमंत्री रमन सिंह की मंशा स्पष्ट उजागर हो गयी है। छत्तीसगढ़ में बदलाव के लिये परिवर्तन यात्रा लेकर निकले शहीद नंदकुमार पटेल और शहीद दिनेश पटेल के बलिदान के बाद अब उमेश पटेल को राजनैतिक निशाना बनाने की भाजपा की कोशिशों का पूरे छत्तीसगढ़ में जनता ने पसंद नहीं किया है। चौधरी पर दांव लगाना भाजपा को महंगा पड़ेगा।

लोगों को बेहतरी के लिये पूरा समय देने के चौधरी के दावे खोखले : कांग्रेस
अब लोगों की बेहतरी के लिये पूरा समय देने के चौधरी के दावों को खोखला निरूपित करते हुये प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने पूछा है कि चौधरी बतायें कि उन्होने अपने लोगों की बेहतरी के लिये अब तक पूरा समय क्यों नहीं दिया? ओपी चौधरी ने रायपुर के पीलिया पीड़ितों, डेंगू-मलेरिया पीड़ितों के लिये अपना पूरा समय क्यों नहीं दिया? रायपुर की जनता की सेवा के लिये अपना पूरा समय ओपी चौधरी ने क्यों नहीं दिया? रायपुर की समस्याओं को हल करवाने के लिये चौधरी ने पूरा समय क्यों नहीं दिया? रायपुर में स्काईवाक जैसी हवाहवाई योजनाओं में जनता के पैसों को बर्बाद करने में पूरा समय लगाने वाले चौधरी को जनता बखूबी पहचानती है। प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि रायपुर कलेक्टर, जांजगीर-चांपा कलेक्टर और दंतेवाड़ा कलेक्टर के रूप में की गयी बड़ी गड़बड़ियों को उजागर करने का भय दिखाकर भाजपा ने चौधरी के कैरियर का अंत कर दिया है।

सरकार की मंशा पर कांग्रेस के सवाल

भाजपा सरकार कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग नई दिल्ली की अधिसूचना क्रमांक 24012/1/2018- AISII दिनांक 24/8/2018 द्वारा ओपी चौधरी का त्यागपत्र स्वीकार किया गया फिर 2011 बैच के आईएएस अधिकारी को क्यों कलेक्टर आज तक ओपी चौधरी को 24 घंटें क्यों कलेक्टर बनाये रखा गया। त्यागपत्र चला गया था तो तुरंत वैकल्पित व्यवस्था करनी थी। भाजपा जाइन करने की मंशा से कलेक्टर के पद से त्यागपत्र देने के बावजूद चौधरी (जिला निर्वाचन अधिकारी) के रूप में आदेश निकालते रहे, काम करते रहे। जिस चौधरी ने चुनाव की सभी रणनीतियां बनाई और फैसले लिये उसके भाजपा में जाने से क्या निष्पक्ष निर्वाचन प्रभावित नहीं होगा। उपायुक्त चुनाव आयोग आये थे तो उनके साथ बैठको में जिला निर्वाचन अधिकारी के रूप में ओपी चौधरी ही बैठे थे। जब भाजपा में जाने की मंशा से चौधरी का त्यागपत्र हो ही चुका था तो फिर चुनाव की जिम्मेदारी से तत्काल प्रभाव से उसी समय चौधरी को अलग क्यों नहीं किया गया?